इस साल मॉनसून के तीन महीनों में 2012, 14 व 15 की तुलना में अधिक बारिश हुई, लेकिन 2011 व 13 की तुलना में कम बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग के 641 में से 640 जिलों के उपलब्ध आंकड़ों से करीब 221 जिलों में चार महीने की मॉनसून अवधि के पहले तीन महीनों में कम बारिश हुई है। यदि सितम्बर में भी बारिश नहीं हुई तो देश के बहुत बड़े भू-भाग में हालात खराब हो सकते हैं।
खरीफ फसलों की बुआई अगस्त अंत तक 5 फीसदी अधिक हुई। इस दौरान भारत के आधे जिलों में औसत बारिश देखी गई। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी अपनी वित्त वर्ष 2015-16 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि 18 अगस्त तक कुल बारिश दीर्घकालिक औसत स्तर से 9 फीसदी कम रही है। इसके कारण खरीफ फसलों की बुआई में 6.5 फीसदी की बढो़तरी हुई है।