देश में कोविड19 महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस बीच बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ जिलों में वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं अब चर्चा है कि नीतीश कुमार की सरकार राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। लेकिन एनडीए के सहयोगी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने लॉकडाउन लगाने को लेकर अपनी आपत्ति जताई है। हालांकि बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और नीतीश सरकार में मंत्री रामसूरत राय पहले ही लॉकडाउन का समर्थन कर चुके हैं।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर कहा, " मैं लॉकडाउन का तभी समर्थन करूंगा जब तीन महीने तक सबका बिजली और पानी बिल माफ किया जाए। साथ ही किराएदारों का किराया, बैंक लोन की इएमआइ और कॉलेजों की फीस भी माफ की जाए। मांझी ने कहा कि किसी को शौक नहीं है कि वह बाहर जाए, पर रोटी और कर्ज जो न कराए।" अपने ट्वीट के आखिर में जीतनराम मांझी ने लिखा कि यह बात एसी वाले लोग नहीं समझेंगे।
गौरतलब है कि बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और नीतीश सरकार में मंत्री व भाजपा विधायक रामसूरत राय बिहार में पहले ही लॉकडाउन लगाने का समर्थन कर चुके हैं।राय ने कहा था कि राज्य में पूर्व लॉकडाउन के जरिए ही कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ी जा सकती है। रामसूरत ने कहा था कि बिहार में कोरोना से हालात बिकड़ते जा रहे हैं। ऐसे में महज नाइट कर्फ्यू लगाने से संक्रमण कम नहीं होगा। बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन लगना चाहिए।