हर साल अखबारों में अपील जारी की जाती है। दुनिया भर में हर साल एक दिन सिर्फ एक घंटे के लिए बिजली के सभी उपकरण, बत्तियां बंद करने की मुहिम का इस साल 9वां साल है। दुनिया के बाकी देशों की तरह भारत में भी पिछले चार-पांच सालों से इस मुहिम को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। लोग स्वेच्छा से अपने टीवी, कम्प्यूटर और अन्य तरह के बिजली के उपकरण एक घंटे (रात साढ़े आठ से साढे नौ) बंद रखते हैं।
लेकिन आज ही कोलकाता में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाएगा। यह मैच शाम साढ़े सात बजे शुरू होगा। जाहिर सी बात है कोई भी मैच एक घंटे में खत्म नहीं हो सकता। जो लोग अर्थ अवर में बिजली बंद करते आ रहे हैं, उनके लिए यह वक्त दुविधा का है कि वह मैच का रोमांच बचाए रखें या धरती की भलाई के लिए बिजली बंद रखें।
भारत में कई लोगों को अंधविश्वास रहता है कि यदि वह मैच नहीं देखेंगे तो भारत हार जाएगी। ऐसे में जाहिर सी बात है, धरती बचाने से ज्यादा मैच बचाना ज्यादा जरूरी है।