जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के आवासीय परिसरों सहित एक दर्जन से अधिक स्थानों पर दिल्ली और मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है।
एक अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के परिसर में विदेशी मुद्रा कानून के कथित उल्लंघन के एक मामले के संबंध में तलाशी ली है। उन्होंने कहा कि यह तलाशी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत की जा रही है और इसका उद्देश्य अतिरिक्त सबूत इकट्ठा करना है। उन्होंने कहा कि मुंबई और दिल्ली में उनके कई ठिकानों पर तलाशी जारी है।
सूत्रों ने जुलाई में कहा था कि मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (एमसीए) की निरीक्षण रिपोर्ट में एयरलाइन में फंड के डायवर्सन सहित बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई थी ।
मार्च में, गोयल ने एयरलाइन के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। वर्तमान में जेट एयरवेज इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत रिजॉल्यूशन प्रक्रिया से गुजर रहा है।
याचिका वापस लेने की अर्जी
नरेश गोयल ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका वापस लेने की अर्जी लगाई थी। दरअसल, नरेश गोयल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी है। इसे गोयल ने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए विदेश जाने की अनुमति मांगी थी। लेकिन, अदालत ने पिछले महीने कहा था कि अगर वे विदेश जाना चाहें तो 18 हजार करोड़ रुपए की गारंटी देनी होगी। इस बीच अब गोयल अपनी याचिका वापस लेना चाहते हैं।
क्या है मामला
एक समय देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइन रही जेट एयरवेज इस समय दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है। आर्थिक संकट के कारण अप्रैल में संचालन बंद हो गया था। वहीं जेट एयरवेज में वित्तीय अनियमितताएं पाने जाने के कारण कॉरपोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री ने गोयल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। साथ ही मंत्रालय ने एसएफआईओ को जांच के आदेश दिए थे।