स्मृति ईरानी के अलावा पुलिस इस मामले में भाजपा के दो विधायकों और एक सरकारी अधिकारी का उल्लेख गवाह के तौर पर करने पर विचार कर रही है।
पुलिस ने इससे पहले कैंडोलिम स्थित स्टोर के एक कर्मचारी की पहचान की है जिसपर कथित तौर पर सीसीटीवी कैमरे को ट्रायल रूम की ओर केंद्रीत करने का शक है, जिस घटना को स्मृति ईरानी सामने लाई थीं जब तीन अप्रैल को वहां खरीदारी करने गई थी। आरोपपत्र को अंतिम रूप देने से पहले फारेंसिक रिपोर्ट की प्रतिक्षा की जा रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया, कि ‘ हमने पहले दिन ही स्मृति ईरानी का बयान दर्ज कर लिया था। यह जांच अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में होता है कि वह किसी का नाम आरोपपत्र में गवाह के रूप में शामिल करे या नहीं। हम इस मामले में स्मृति ईरानी का नाम शामिल करने पर विचार कर सकते हैं।‘
इस मामले में शिकायत भाजपा विधायक माइकल लोबो ने दर्ज करायी थी जबकि संखालिम से विधायक डॉ. प्रकाश सावंत ने इस घटना के दिन जांचकर्ताओं के समक्ष गवाही दी थी।
इस मामले में पूर्व विधायक और मुख्यमंत्री के सचिव सदानंद तानावडे का भी नाम सावंत और लोबो के साथ गवाहों की सूची में गया है। अभी तक पुलिस ने इस मामले में 20 लोगों से पूछताछ की है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ता इस बारे में कानूनी राय ले रहे हैं कि क्या फैबइंडिया के प्रबंध निदेशक विलियम बिसेल और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुब्रत दत्ता समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का नाम आरोपपत्र में शामिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, इनकी प्रत्यक्ष संलिप्तता स्थापित नहीं रही है लेकिन इनका दोष इसलिए है क्योंकि वे ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने में विफल रहे।