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दिल्ली का फेमस सदर बाजार अब आपके मोबाइल पर, घर बैठे कर सकेंगे किफायती खरीददारी

दिल्ली का प्रतिष्ठित और सबसे पुराना सदर बाजार अब देश भर के ग्राहकों के लिए डिजिटल अवतार के साथ 'sadar24.com'...
दिल्ली का फेमस सदर बाजार अब आपके मोबाइल पर, घर बैठे कर सकेंगे किफायती खरीददारी

दिल्ली का प्रतिष्ठित और सबसे पुराना सदर बाजार अब देश भर के ग्राहकों के लिए डिजिटल अवतार के साथ 'sadar24.com' पर उपलब्ध होगा। लोग अब सदर बाजार की कीमतों पर खेल, फिटनेस, घर और रसोई से संबंधित कोई भी चीजे ऑनलाइन खरीद सकते हैं। वेबसाइट पूरे देश में “हर घर सदर, हर डील गदर” के लक्ष्य के साथ 250/- से ज्यादा का ऑडर लेगी।

ई-कॉमर्स वेबसाइट का उद्देश्य व्यापारियों को उत्तर भारत के सबसे बड़े बाजारों में से एक के तौर पर विकल्प के रूप में पेश करना है। व्यापार कोरोना वायरस के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। सदर बाजार में स्टेशनरी की दुकान वाले राजेश कुमार कहते हैं, "व्यापार अभी तक अपने सामान्य स्तर तक नहीं पहुंच पाया है। ई-कॉमर्स पर बैठे विक्रेताओं की वजह से हम किनारे होते जा रहे हैं। इसलिए एक जगह बैठने और इंतजार करने से अच्छा है कि बाजार बढ़ाया जाए और ये अच्छा विकल्प है।" वो कहते हैं कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर दरें समान हैं जो ग्राहकों को बाजार से आकर खरीदने पर मिलती हैं।

मेसोनिक ईकॉम द्वारा लॉन्च पोर्टल के संस्थापक नितिन गोयल कहते हैं "पारंपरिक व्यापार आधुनिक ई-कॉमर्स के साथ हाथ मिलाने के लिए हमने इस प्लेटफॉर्म को विकसित किया है।" ये प्लेटफॉर्म सदर बाजार में व्यापारियों को कई सहायता प्रदान कर रहा है- जैसे अपने सामान को बेचने के लिए फ्री फोटोग्राफार, फ्री लिस्टिंग, कैटलॉगिंग आदि। बाजार में अधिकांश व्यापारी ऑनलाइन ट्रेडिंग/ ई-कॉमर्स के लिए नये हैं।

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मेक इन इंडिया की योजना को बढ़ावा दे रहा है। स्थानीय विक्रेताओं को राष्ट्रव्यापी प्लेटफॉर्म और अधिकतम लोगों तक पहुंच प्रदान करने के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म है। सदर बाजार दिल्ली के सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय बाजारों में से एक है जहां पूरे देश से लोग खरीददारी करने के लिए आते हैं। ई-कॉमर्स पोर्टल की योजना से ग्राहकों को भी फायदा होगा और व्यापार का विस्तार होगा।

कंपनी के सह-संस्थापक महावीर मित्तल का कहना है कि प्लेटफॉर्म ड्रॉप-शिपिंग मॉडल के तर्ज पर बनाया गया है जो किसी सामान को विक्रेताओं से खरीददारों तक पहुंचाया जाता है। वेबसाइट की कमाई को लेकर उनका कहना है, "हम पेमेंट कलेक्शन फी के साथ खरीदार और विक्रेता से मिलने, सूचीबद्ध लिस्टिंग, विज्ञापन और संबद्धता द्वारा  मिलने वाले कमीशन और शुल्क के माध्यम से राजस्व आएगा।"

 

 

 

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