उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘ओवर दी टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म’ पर कई बार किसी न किसी तरह की अश्लील सामग्री दिखाई जाती है और इस तरह के कार्यक्रमों पर नजर रखने के लिए एक तंत्र की आवश्यकता है। न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि वह सोशल मीडिया के नियमन संबंधी सरकार के हालिया दिशा-निर्देशों के बारे में शुक्रवार को जानकारी दें।
इसी दिन अमेजन प्राइम की इंडिया प्रमुख अर्पणा पुरोहित की याचिका पर भी सुनवाई की जाएगी। पीठ ने कहा, ‘‘संतुलन कायम करने की आवश्यकता है क्योंकि कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री भी दिखाई जा रही है।’’
कोर्ट अमेजॉन प्राइम वीडियो की अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने ओटीटी को लेकर कहा कि वो इसपर केंद्र का रेगुलेशन देखेगा। कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को तय की है।
दरअसल, वेब सीरीज 'तांडव' में धार्मिक भावनाओ को भड़काने के आरोप में अपर्णा पुरोहित समेत कई कलाकारों और निर्देशक के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट अपर्णा पुरोहित की याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद अपर्णा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अशोक भूषण ने कहा की ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने वाली चीजों की स्क्रीनिंग होनी चाहिए। कोर्ट ने कहा कि जिस तरह फिल्मों को सेंसर बोर्ड पास करती है। उसी तरह से ओटीटी प्रोग्राम को भी देखने के बाद आम जनता को दिखाने के लिए स्वीकृति मिलनी चाहिए।