कर्नाटक के अनेक हिस्सों में लगातार बारिश और प्रमुख बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण शुक्रवार को बाढ़ से हालात गंभीर रहे।
उत्तर कर्नाटक सबसे बुरी तरह प्रभावित रहा जहां पिछले तीन महीने में तीसरी बार बाढ़ आई है। इस क्षेत्र के बेलगावी, कलबुर्गी, रायचुर, यादगिर, कोप्पल, गोदाग, धारवाड़, बागलकोट, विजयपुरा और हावेरी सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए। कलबुर्गी और यादगिर जिलों में उफान के साथ बह रही भीमा नदी ने तबाही मचाई जहां अनेक गांव जलमग्न हो गये और खेतों में खड़ी फसल तबाह हो गयी।खबरों के मुताबिक खाद्यान्नों के गोदामों और दाल मिलों में बाढ़ का पानी घुस जाने से वहां रखा सामान बह गया।
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि केंद्र सरकार कर्नाटक के हालात से वाकिफ है। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र को मौजूदा हालात की जानकारी है। मैंने अभी केंद्रीय गृह मंत्री से बात की है जिन्होंने हमें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।’’ येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी सरकार राहत कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है तथा राजस्व मंत्री आर अशोक ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा शुरू कर दिया है।
इस बीच कर्नाटक के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केडीएमए) ने राज्य के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई को बाढ़ के हालात के बारे में जानकारी दी। केडीएमए अधिकारियों के अनुसार इस साल मॉनसून की बारिश सामान्य से बहुत अधिक हुई है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘राज्य में सितंबर के अंत तक औसत वर्षा तकरीबन 800 मिलीमीटर होती है, वहीं इस वर्ष यह करीब 1,000 मिलीमीटर पर पहुंच गयी है।’’