सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज करेंगे तेलंगाना एनकाउंटर मामले की जांच, कल होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को तेलंगाना एनकाउंटर मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज को नियुक्त करने की पेशकश की। सु्प्रीम कोर्ट ने बुधवार को यह फैसला सुनाते हुए कहा कि तेलंगाना एनकाउंटर मामले की जांच के लिए पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज को नियुक्त किया जाएगा जो दिल्ली में बैठकर जांच करेंगे। अगली सुनवाई गुरुवार को की जाएगी। बता दें कि इससे पहले कोर्ट ने कहा था कि तेलंगाना हाईकोर्ट ने पहले ही मामले की सुनवाई पर रोक लगा दी थी।
चीफ जस्टिस एसए बोवडे ने कहा कि हम जानते हैं कि तेलंगाना हाई कोर्ट पहले ही इस मामले को देख रहा है। हम इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व जस्टिस को नियुक्त करना चाहते हैं। किसी को दिल्ली में बैठकर इस मुद्दे पर पूछताछ करने के लिए नियुक्त करेंगे।
प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले की शीघ्र सुनवाई करने के लिए वकील जी एस मणि के अनुरोध का संज्ञान लिया था। मणि ने कहा था कि इस मुठभेड़ में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ स्वतंत्र जांच के लिए दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई की जरूरत है।
एक अन्य अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा ने भी इसी तरह की याचिका दायर की थी। शर्मा की याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों की निगरानी में विशेष जांच दल की जांच की होनी चाहिए। याचिका में मणि और वकील प्रदीप कुमार यादव ने दावा किया है कि यह मुठभेड़ फर्जी थी और इस मामले में संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।
13 दिसंबर तक सुरक्षित रखे जाएंगे शव
तेलंगाना हाईकोर्ट ने चारों आरोपियों के शवों को 13 दिसंबर तक सुरक्षित रखने का आदेश दिया है। इस मामले में हाईकोर्ट अगली सुनवाई 12 दिसंबर को करेगा।
तेलंगाना सरकार ने भी गठित की एसआईटी
उधर तेलंगाना सरकार ने एनकाउंटर की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। एसआईटी का नेतृत्व राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत कर रहे हैं। बता दें कि सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता दिशा के चार आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद से ही एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे थे।
जानें क्या है मामला
तेलंगाना में पशु चिकित्सक की दुष्कर्म व हत्या मामले के चार आरोपियों का हैदराबाद पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। दरअसल, 27 नवंबर को इन चारों ने 25 वर्षीय युवती का दुष्कर्म किया ओर हत्या कर शव को बुरी तरह जला दिया। इस दृश्य को रीक्रिएट करने के लिए चारों आरोपियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। तभी ये आरोपी वहां से भागने की कोशिश में लग गए। लेकिन तभी पुलिस ने इनपर फायरिंग की और ये चारों मौके पर ही ढेर हो गए।