दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल देशभर में बच्चियों और महिलाओं से बढ़ते दुष्कर्म के मामलों के विरोध में भूख हड़ताल करेंगी। जंतर-मंतर पर स्वाति मालिवाल मंगलवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगी। देश में बढ़ रही रेप की घटनाओं के बीच उनका कहना है कि वह तब तक नहीं हटेंगी जब तक केंद्र सरकार यह आश्वासन नहीं दे देती कि वह अपराधियों को 6 माह में फांसी की सजा दिला देगी।
मालिवाल के मुताबिक, एक हफ्ते में देशभर से बच्चियों व महिलाओं से लगातार दरिंदगी के बाद हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। इसके बाद भी सरकार सख्त कानून नहीं बना रही है। सख्त कानून से ही ऐसे मामलों पर रोकथाम लग सकती है। इसी मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ रही हूं। जब तक मेरी मांग पूरी नहीं होगी, विरोध धरना जारी रहेगा।
पीएम मोदी को भी पत्र लिखकर की ये मांग
इसके साथ ही देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
‘45 फास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में स्थापित हो’
स्वाति मालिवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी जी को पत्र। मैं आमरण अनशन करूंगी जब तक वो अपने वादे पूरा न करते। देश में पुलिस के संसाधन जवाबदेही बढ़ाई जाए औक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं। दिल्ली पुलिस को 66 हजार पुलिसकर्मी तुरंत दिए जाएं और 45 फास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में स्थापित हो। दोषी को हर हाल में और तुरंत सजा दो!"
इस मांग के बाद ही तोड़ेंगी अनशन
वह केन्द्र सरकार से मांग करेंगी की वह बलात्कार के दोषियों को 6 माह में सजा दिलाने वाला कानून लाने के आश्वासन के बाद ही अपना अनशन तोड़ेंगी। इसके अलावा उनकी मांग है कि इस मामले में पुलिस की जिम्मेदारी तय की जाए।
मेरा आमरण अनशन हर हाल में जारी रहेगा
उन्होंने केंद्र सरकार को सचेत करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘चाहे कुछ हो जाए, पुलिस और केंद्र कितनी भी कोशिश कर ले, मेरा आमरण अनशन हर हाल में जारी रहेगा। जब तक केंद्र पूरे देश के लिए ऐसा सिस्टम नही बनाती की रेपिस्ट को हर हाल में 6 महीने में फाँसी हो, तब तक मैं नही उठूँगी। पहले राजघाट और फिर सीधे जंतर मंतर जा रही हूं। जय हिंद।‘
निर्भया के दोषी ने की दया की अपील
बता दें कि स्वाति मालिवाल ने यह कदम निर्भया के दोषियों को अभी तक सजा न मिलने के कारण उठाया है। हाल में निर्भया के रेप के दोषियों में से एक ने राष्ट्रपति से दया याचिका भी मांगी थी, जिसे दिल्ली सरकार ने नामंजूर कर दिया था। इसके अलावा इस समय हैदराबाद के हुई महिला चिकित्सक के रेप और हत्या के बाद भी पूरा देश शोक में डूबा हुआ है।