सोनिया गांधी (69) आधी रात को चार्टर्ड उड़ान से यहां पहुंचीं। उससे पहले उन्हें तबीयत खराब हो जाने के कारण वाराणसी में आठ किलोमीटर का रोडशो छोड़ना पड़ा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है, उससे पहले वाराणसी में उन्हें निर्जलीकरण हुआ और उन्हें बुखार था।
वाराणसी में सोनिया का इलाज किया गया और वहां उनकी देखभाल करने वाले डॉक्टर दिल्ली आने के दौरान विमान में उनके साथ रहे। हवाई अड्डे पर मौजूद उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बताया कि वह पिछले दो-चार दिन से अस्वस्थ थीं लेकिन उन्होंने कार्यक्रम रद्द नहीं करने का फैसला किया। प्रियंका ने कहा, वह पिछले दो चार दिनों से अस्वस्थ थीं लेकिन चूंकि वहां कार्यक्रम था और वह जाने के पक्ष में थीं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्हें आरआर अस्पताल ले जाया गया जो हवाई अड्डे के समीप है। सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों को भी तैयार रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित से उनका हालचाल पूछा जो रोडशो में सोनिया के साथ थीं। इससे पहले सोनिया ने एक बयान में कहा, अस्वस्थता की वजह मैं अपनी यात्रा पूरी नहीं कर पाई जिसका मुझे अफसोस है। मैं सावन के इस पावन महीने में काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद नहीं ले पायी। मैं शीघ्र वापस आउंगी। मैं वाराणसी के नागरिकों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उनके प्रेम एवं स्नेह के लिए आभारी हूं। पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने पीटीआई से कहा कि सोनिया को जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया और कुछ घंटों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहने के बाद वह देर रात घर लौट आएंगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भी उनके साथ हैं।