देश में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि वह नए कृषि कानूनों के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन नहीं करेंगे और दावा किया कि केंद्र सरकार उनकी कुछ मांगों पर सहमत हो गई है।
दरअसल केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिन में हजारे से मुलाकात की। चौधरी ने कहा कि हजारे द्वारा मनोनीत कुछ सदस्यों के साथ एक उच्चस्तरीय समिति उनकी मांगों पर विचार करेगी और 6 महीने में रिपोर्ट सौंपेगी ।
एक बयान में हजारे (84) ने घोषणा की थी कि वह शनिवार को महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल शुरू करेंगे। हजारे ने कहा था कि उन्होंने किसानों की दुर्दशा पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री को पांच बार पत्र लिखा था मगर कोई फायदा नहीं हुआ ।
हजारे ने शुक्रवार को कहा, "केंद्र सरकार ने मेरी कुछ मांगों पर सहमति जताई है और किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक समिति गठित करने की भी घोषणा की है। मैंने शनिवार से शुरू हो रहे अपने प्रस्तावित अनिश्चितकालीन अनशन को स्थगित करने का निर्णय किया है।”