चिकित्सा प्रौद्योगिकी पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने उद्योग को यह भी भरोसा दिलाया कि वह वित्त, पर्यावरण और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ पुराने उपकरणों को ठीक करने के बाद आयात पर प्रतिबंध का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने सम्मेलन में कहा, उद्योग ने चिकित्सा उपकरण एवं प्रौद्योगिकी (संवर्धन एवं नियमन) कानून का प्रस्ताव किया है। मैं इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा करूंगा।
उन्होंने कहा कि उद्योग से मिली जानकारी के आधार पर संसद के शीतकालीन सत्र में इस बारे में विधेयक पेश किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि चिकित्सा उपकरण उद्योग उभरता क्षेत्र है। सरकार का इरादा इस महत्वपूर्ण उद्योग को प्रोत्साहन देने का है। इस बारे में जो भी विधायी रूपरेखा की जरूरत होगी, उस पर विचार किया जाएगा। कुमार ने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर चिकित्सा उपकरण हब के रूप में विकसित किया जा सकता है और यह मेक इन इंडिया अभियान के लिए उदाहरण बन सकता है। भारत पहले से वैश्विक स्तर पर चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण के लिए सॉफ्टवेयर समाधान की पेशकश कर रहा है और भारत में पूर्ण श्रृंखला का समाधान उपलब्ध कराने की क्षमता है। आयातित पुराने दुरुस्त उपकरणों के मुद्दे पर कुमार ने कहा कि दूसरी और तीसरी श्रेणी की चिकित्सा सुविधाओं में उनकी उपयोगिता है। वह उद्योग के प्रतिनिधिमंडल के साथ इस मुद्दे पर वित्त मंत्री से अगले 15 दिन में विचार विमर्श करेंगे जिससे इससे तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाया जा सके।
भाषा