संविधान का अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य के विभाजन के फैसले से पहले एहतियात के तौर पर बंद किए गए करीब 400 अलगाववादी नेताओं को हरियाणा की जेलों में ट्रांसफर किया जाएगा। जम्मू कश्मीर में अभी हालात काफी नाजुक बनी हुई है। सरकार आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए प्रयास कर रही है।
माहौल बिगड़ने से रोकने को सरकार का कदम
नेताओं को हरियाणा की जेलों में लाने से पहले पर्याप्त सुरक्षा इस्तेमाल किए जा रहे हैं। जम्मू कश्मीर में सरकार प्रतिबंधों में लगातार ढील दे रही हैं। प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद माहौल बिगड़ने न देने के लिए सरकार नेताओं को राज्य के बाहर भेजने वाली है। इसी क्रम में उन्हें हरियाणा की जेलों में भेजा जाएगा।
चार जेलों में शिफ्ट होंगे नेता
करनाल के जेल सुपिरिटेंडेंट शेर सिंह ने बताया कि करनाल की जेल में जम्मू कश्मीर की जेलों में बंद 80 अलगाववादी नेता लाए जाएंगे। इसके लिए करनाल जेल में पहले से ही पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि करनाल जेल में पहले से 61 नेता बंद हैं, यह सरकार का रुटीन काम है। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बंदियों को शिफ्ट करने की तैयारी है, जिसके अंतर्गत झज्जर जेल में 70, करनाल में 80, यमुनानगर में 50 और फरीदाबाद में 200 कैदियों को शिफ्ट करना है।
अलग रखे जाएंगे अलगाववादी नेता
इन जेलों में कश्मीरी बंदियों को शिफ्ट करने की तैयारी अंतिम दौर में है। जेल मैनुअल में इन बंदियों के लिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि इन कैदियों को यहां आने पर किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। दूसरे बंदियों से भी इन्हें अलग रखा जाएगा।
बड़ी संख्या में हुई थीं गिरफ्तारियां
बता दें कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां बने हालातों से निपटने के लिए सरकार ने बड़ी संख्या में नेताओं और अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। अब वहां की जेलों में बंद कई हाई प्रोफाइल बंदियों को हरियाणा की चार जेलों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इनमें झज्जर, करनाल और फरीदाबाद, यमुनानगर जेल शामिल हैं।