मोदी ने कहा कि अमृतसर का स्वरूप इसके निवासियों की गौरवान्वित देशभक्ति और परोपकारी कार्यों से संवरता रहा है। उन्होंने कहा, अमृतसर अफगानिस्तान के साथ गर्मजोशी और स्नेह के पुराने एवं मजबूत संपर्क को परवान चढ़ाता है। अफगानिस्तान के साथ अमृतसर के संपर्क का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बाबा गुरूनानक देव के सबसे पहले शिष्य अफगान थे और काबुल में 15वीं सदी में उन्होंने उपदेश दिया था। हार्ट आॅफ एशिया का छठा मंत्रीस्तरीय सम्मेलन अमृतसर में आयोजित हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज भी, अफगान मूल के सूफी संत बाबा हजरत शेख की दरगाह पंजाब में है जो सभी धर्म के लोगों के लिए श्रद्धेय है। उन्होंने अमृतसर के निवासियों को उपक्रम, रचनात्मकता और कड़ी मेहनत की भावना वाले लोग करार दिया। मोदी ने अपने उद्घाटन भाषण की शुरूआत नमस्कार और सत श्री अकाल के साथ की। सम्मेलन में शामिल प्रतिनिधियों का इस पवित्र शहर में स्वागत करते हुए मोदी ने कहा कि अमृतसर सरलता, सुंदरता और अध्यात्म का धनी है और यहां सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर है। मोदी ने कहा कि सिख गुरूओं ने इस स्थान को पूजनीय बनाया। इस जगह ने शांति एवं मानवता को आगे बढ़ाया है तथा यह सभी लोगों और धर्मों के लिए खुला हुआ है।
अमृतसर के बारे में बात करते हुए अफगान राष्टपति अशरफ गनी ने कहा कि यह शहर वाणिज्य एवं व्यापार का केंद्र हुआ करता था जिसने भारत को मध्य एशिया, रूस और इससे आगे के क्षेत्र से जोड़ा था। गनी बीती शाम मोदी के साथ स्वर्ण मंदिर भी गए थे।
एजेंसी