हुर्रियत कान्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के दो नेताओं ने कल पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित से मुलाकात की ताकि वे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की हाल में हुई इस्लामाबाद यात्रा के बारे में चर्चा कर सकें। सुषमा ने पाकिस्तान की अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी और दोनों देशों ने समग्र वार्ता शुरू करने का ऐलान किया था।
हुर्रियत प्रवक्ता अयाज अकबर ने श्रीनगर में एक बयान में कहा, हुर्रियत अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी की ओर से भेजे गए हुर्रियत के एक प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित के साथ डेढ़ घंटे तक विस्तृत बैठक की। उन लोगों ने हाल में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तानी शासकों की इस्लामाबाद में हाई ऑफ एशिया कान्फ्रेंस के मौके पर हुई उस मुलाकात के बारे में विस्तार से बात की जिसमें कश्मीर नीति पर भी चर्चा की गई।
प्रवक्ता ने बताया कि हुर्रियत के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में गिलानी के निजी सचिव पीर सैफुल्ला और अमलगाम के मुख्य आयोजक अल्ताफ अहमद शाह शामिल थे। इस बैठक में उप उच्चायुक्त और पाकिस्तानी उच्चायोग के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। अकबर ने कहा, हुर्रियत प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें गिलानी का एक संदेश दिया जिसमें यह कहा गया कि पाकिस्तान को अपनी कश्मीर नीति को लेकर निरंतरता और दृढ़ता बनाए रखनी चाहिए तथा जम्मू कश्मीर में होने वाले मानवाधिकार उल्लंघनों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रेखांकित करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। हुर्रियत प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त को कश्मीर की वर्तमान स्थिति से भी अवगत कराया है।