केन्द्र सरकार ने बुधवार को केंद्रीय एवं राज्य बलों के 1,037 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा की। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार 214 कर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें एक राष्ट्रपति वीरता पदक (पीएमजी) और 231 वीरता पदक (जीएम) शामिल हैं। जीएम में अग्निशमन कर्मियों के लिए चार और नागरिक सुरक्षा कर्मियों के लिए एक पदक शामिल है।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सर्वाधिक 52 वीरता पदक, जम्मू-कश्मीर पुलिस को 31 वीरता पदक दिए जाएंगे। इनके अलावा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के 17-17, छत्तीसगढ़ के 15 और मध्य प्रदेश के 12 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक प्रदान किए जाएंगे।
बहादुरी के लिए सर्वोच्च पुलिस सम्मान तेलंगाना पुलिस के हेड कांस्टेबल चादुवु यादैया को देने की घोषणा की गई है। उन्हें 25 जुलाई 2022 को दो कुख्यात चेन झपटमारों और हथियार तस्करों को पकड़ने में ‘‘असाधारण वीरता’’ का परिचय देने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि दोनों अपराधियों ने पुलिसकर्मी पर ‘‘क्रूरतापूर्वक’’ हमला किया और उसके पूरे शरीर पर चाकू से लगातार वार किया लेकिन पुलिसकर्मी ने उन्हें बचकर भागने नहीं दिया। पुलिसकर्मी इन हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे 17 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा।
अन्य पदकों में विशिष्ट सेवा के लिए 94 राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए 729 पदक शामिल हैं। इन पदकों की घोषणा वर्ष में दो बार की जाती है। दूसरी बार इन पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाएगी।