टर्नबुल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मोदी ने कहा कि उन्होंने रिश्तों से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा की और व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते पर अगले दौर की चर्चा के जल्द आयोजन समेत कई दूरदर्शी फैसले किए।
भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों के लिए वैश्विक रणनीति और समाधान की जरूरत है। दोनों पक्षों ने आतंकवाद से निपटने को लेकर सहयोग को बढ़ावा देने वाले करार को अंतिम रूप दिया। यह करार गृह मंत्रालय और आस्ट्रेलियाई गृह मंत्रालय के बीच हुआ।
मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम के निर्यात के लिए तैयार है तो टर्नबुल ने कहा कि उनकी सरकार भारत को जल्द-से-जल्द यूरेनियम के निर्यात को लेकर आशान्वित है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट किया, सुप्रभात प्रधानमंत्री टर्नबुलमैल्कम! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के पीएम का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। स्वागत समारोह के दौरान टर्नबुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी भारत को तरक्की और विकास के असाधारण रास्ते पर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की उपलब्धियां पूरे विश्व के लिए प्रेरणा हैं। हम भारत के और करीब आकर काम करने की कोशिश करेंगे। टर्नबुल ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की।
गौरतलब है कि टर्नबुल पहली बार भारत आए हैं। इससे पहले अंतालया में वर्ष 2015 के दौरान जी 20 सम्मेमलन से इतर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भी मिल चुके हैं। होंगझु में भी दोनों नेताओं की मुलाकात पिछले वर्ष हुई थी। अपनी इस यात्रा के दौरान टर्नबुल मुंबई भी जाएंगे और कुछ कार्यक्रमों में हिस्सां लेंगे।