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एलओसी के नजदीक सेना का सर्जिकल स्‍ट्राइक, आतंकी हुए ढेर

कश्‍मीर में उड़ी हमले के करीब दस दिन बाद भारत ने आखिरकार कार्रवाई कर दी है। भारतीय सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल के नजदीक आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके 35 से 38 आतंकवादियों को ढेर किया है। भारतीय डीजीएमओ की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुरुवार को हमले पर जानकारी दी गई। इधर पाक ने कहा है कि क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में उसके दो सैनिक मारे गए हैं।
एलओसी के नजदीक सेना का सर्जिकल स्‍ट्राइक, आतंकी हुए ढेर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल हमलों के बारे में राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सूचित किया। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी सूचना दी गयी।

भारतीय सेना ने बुधवार रात नियंत्रण रेखा पर आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल हमला किया। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की। डीजीएमओ ने कहा कि सर्जिकल अटैक में आतंकवादियों को भारी नुकसान हुआ है, कई अातंकी मारे गए हैं।

सिंह ने कहा कि एलओसी पार पर मौजूद आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया। उन्होंने कहा कि भारत ने इसके लिए अमेरिका को भरोसे में लिया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। भारतीय सशस्त्र बल किसी भी स्थिति के लिए तैयार, फिलहाल आगे और अभियान की योजना नहीं ।

उन्होंने कहा कि इस साल 20 बार घुसपैठ की कोशिश नाकाम की गई। डीजीएमओ ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में सीमापर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकी घुसपैठ लगातार बढ़ती जा रही है। आतंकियों ने पाकिस्तान में ट्रेनिंग की बात कबूली है। आतंकियों के डीएनए सैंपल देने को तैयार है।

सूत्रों के अनुसार एलओसी के भीतर करीब दो किलाेमीटर घुसकर सेना ने 35 से 38 आतंकियों को मार गिराया है। 7 बेस कैंपों में हमला होने की बात कही जा रही है। सेना के विशेष बलों ने बुधवार रात नियंत्रण रेखा के पार किये गए लक्षित हमले में सात आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया जिसमें हेलीकाप्टर सवार एवं जमीनी सैनिकों का इस्तेमाल किया गया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि सैन्य अभियान रात लगभग आधी रात में शुरू हुआ और गुरुवार सुबह साढ़े चार बजे समाप्त हुआ।

सूत्रों ने कहा कि जिन आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया वे नियंत्रण रेखा से दो से तीन किलोमीटर के दायरे में स्थित थे और इन ठिकानाें पर एक सप्ताह से अधिक समय से नजर रखी जा रही थी। सू़त्रों ने बताया कि सैन्य कार्रवाई में हेलीकाप्टर सवार और जमीनी बलों का समिश्रण था। इस अभियान में काफी संख्या में आतंकवादी और उनका समर्थन करने वाले मारे गए। गौर हो कि सेना को बहुत ही विश्वसनीय और विशिष्ट सूचना मिली थी कि कुछ आतंकवादी समूह नियंत्रण रेखा से लगे आतंकवादी ठिकानों पर जमा हैं और उनका उद्देश्य घुसपैठ करना और जम्मू कश्मीर तथा देश के प्रमुख मेट्रो शहरों में आतंकवादी हमले को अंजाम देना है। इस सूचना के आधार पर भारतीय सेना ने इन आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए लक्षित हमला किया।

 

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