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भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला, वुहान से भारत आया था केरल का छात्र

भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला केरल से सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को...
भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला, वुहान से भारत आया था केरल का छात्र

भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला केरल से सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की है। वायरस से पीड़ित पाए गए मरीज चीन के वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला छात्र है। फिलहाल केरल के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में ईलाज किया जा रहा है। बता दें, चीन में अब तक इस वायरस की वजह से 170 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 7000 से ज्यादा लोग ग्रसित है।

पुणे भेजे गए थे सैंपल

वहीं, दूसरी ओर दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में संदिग्ध कोरोना वायरस के तीनों मरीजों को आज ( गुरुवार) को छुट्टी दे दी गई है। सोमवार को इन तीनों को सांस की बीमारियों की शिकायत के बाद चिकित्सा उपचार के लिए डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ मीनाक्षी भारद्वाज के मुताबिक, "चीन से लौटने के बाद सांस की बीमारियों की शिकायत के साथ आरएमएल अस्पताल में भर्ती करने वाले सभी तीन मरीजों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। उनके सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (पुणे) भेजे गए थे। और उनकी जांच निगेटीव पाई गई है। जिसके बाद तीनों रोगियों को छुट्टी दे दी गई।"

दो व्यापारी व एक छात्र थे भर्ती

आरएमएल अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट के मुताबिक तीनों मरीज की उम्र 24 वर्ष से 48 वर्ष के बीच हैं। जिसमें से एक मरीज छात्र है जबकि अन्य दो चीन में व्यापार कार्य से गए थे। उन्होंने कहा कि हमें इसके लिए अलग वार्ड का निर्माण करना होगा। डॉक्टरों और नर्सों की टीम को निर्देश दिया गया है कि ऐसे रोगियों की निगरानी करें। इसके अलावा केंद्र सरकार बेहतर उपायों के मद्देनजर सभी महत्वपूर्ण कार्रवाई कर रही है। हालांकि, अब तक कोरोनो वायरस का कोई सकारात्मक मामला सामने नहीं आया है।

करें उपाए

डॉ मीनाक्षी भारद्वाज ने कहा कि कोरोनो वायरस संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मुंह को मास्क से ढकें। हाथ को हमेशा साफ-सुथरा रखें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर यात्रा करने से बचना चाहिए। किसी भी तरह के बुखार, खांसी, जुकाम और बीमारी के बारे में तुरंत पता चलने पर निकटतम डॉक्टर के पास जाएं।

चीन के वुहान से हुई शुरुआत

हुबेई की राजधानी वुहान में लगभग 1.1 करोड़ लोग रहते हैं और कोरोना वायरस का पहला मामला यहीं पाया गया था। वुहान में हर तरह का यातायात रद्द कर दिया गया है। महामारी के लगातार फैलने के कारण रविवार को अन्य शहरों में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशनों और बीजिंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने वालों समेत कुल 55 रेलवे स्टेशनों पर तापमान स्क्रीनिंग की जा रही है, जिससे संदिग्ध मामलों की पहचान की जा सके। इस बीमारी के खिलाफ चीन ने वुहान में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों समेत 600 कर्मियों को तैनात किया है।

क्या है कोरोना वायरस

कोरोना वायरस एक तरह का संक्रमित होने वाला वायरस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस को लेकर लोगों को चेता चुका है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के जरिए फैलता है। दुनिया के तमाम देशों में यह वायरस चीन से आने वाले यात्रियों के जरिए ही पहुंच रहा है। इस वायरस के लक्षण निमोनिया की ही तरह हैं। यह वायरस कोरोनो वायरस परिवार से संबंध रखने वाला वायरस है।

कोरोना वायरस जानवरों में भी पाया जाता है। समुद्री जीव-जंतुओं के जरिए यह वायरस चीन के लोगों में फैला। दक्षिण चीन में समुद्र के आसपास रहने वाले लोगों को सबसे पहले इस वायरस ने चपेट में लिया, जिनमें वुहान शहर है। दक्षिण चीन के बाजार जहां काफी मात्रा में समुद्री जीव मिलते हैं, उनके जरिए यह वायरस लोगों में फैला। इस बाजार में समुद्री जीव जिंदा भी मिलते हैं और उनका मांस भी मिलता है। यहीं से इस वायरस ने चीन के निवासियों को अपनी चपेट में लिया

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