समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बुधवार सुबह आयकर विभाग ने कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के घर समेत कई ठिकानों पर छापे मारे। बेंगलुरु के ईगलटन रिसोर्ट पर भी छापेमारी हुई है, जहां गुजरात के कांग्रेसी विधायकों को ठहराया गया है। इन विधायकों को बेंगलुरु में रखने में शिवकुमार की अहम भूमिका बताई जाती है। मिली जानकारी के अनुसार, शिवकुमार के पास 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है और उनकी गिनती कर्नाटक के सबसे धनी नेताओं में होती है। आयकर विभाग को संदेह था कि रिसोर्ट में भारी मात्रा में नकदी छिपाकर रखी गई है।
Bengaluru: I-T raids underway at Karnataka energy Minister DK Shivakumar's residence in Kanakapura, Sadashivanagar pic.twitter.com/uK4xCA9pN8
— ANI (@ANI_news) 2 August 2017
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आयकर अधिकारियों ने कनकपुरा और सदाशिव नगर में शिवकुमार के आवास और ईगलटन रिसोर्ट सहित कुल 39 ठिकानों पर छापेमारी की।
IT raids underway at Karnataka energy Min DK Shivakumar's residence in Kanakapura,Sadashivanagar and Cong MLAs rooms in Eagleton Golf Resort
— ANI (@ANI_news) 2 August 2017
यह छापेमारी आज सुबह 7 बजे शुरू हुई। केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ आयकर विभाग के 120 अफसरों की टीम ने शिवकुमार के ठिकानोंं पर छानबीन की। आयकर विभाग राज्यसभा चुनाव में धनबल के इस्तेमाल के आरोपों की पड़ताल कर रहा है। जिस समय छापेमारी हुई मंत्री शिवकुमार रिसोर्ट में मौजूद थे और गुजरात के विधायकों की मेहमाननवाजी कर रहे थे।
IT raids began at 7 AM this morning; Karnataka energy Minister DK Shivakumar was in-charge of hospitality for Gujarat Cong MLAs in Bengaluru
— ANI (@ANI_news) 2 August 2017
छापेमारी का विधायकों से लेना-देना नहीं: आयकर विभाग
आयकर विभाग का कहना है कि छापेमारी सिर्फ डीके शिवकुमार के घर पर की गई है। इसका गुजरात के कांग्रेस विधायकों से कोई लेना-देना नहीं है। रिसोर्ट में केवल मंत्री के कमरे की तलाशी ली गई न कि वहां ठहरे विधायकों की। विभाग की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस सर्च का समय पहले से ही तय था। जिस मामले में यह छानबीन की गई है वह काफी समय से विचाराधीन है। यह कार्रवाई सबूत जुटाने के मकसद से की गई है।
इस बीच, खबर है कि आयकर विभाग ने शिवकुमार के दिल्ली स्थित आवास से 5 करोड़ की नकदी बरामद की है।
टूट से बचाने कांग्रेस की कोशिश
राज्यसभा चुनाव से पहले ही गुजरात कांग्रेस टूट का शिकार बन चुकी है। बता दें कि गुजरात कांग्रेस के 57 विधायकों में से 6 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गए हैं। ऐसे में बाकी बचे विधायकों को लेकर कांग्रेस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। इसीलिए अपने 44 विधायकों को बेंगलूरु के एक रिसोर्ट रखा हुआ है। लेकिन यहां भी आयकर विभाग की छापेमारी के बाद सियासत तेज होने की संभावना है। गुजरात में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए 8 अगस्त को चुनाव होने हैं। भाजपा ने इन सीटों के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
खतरे में अहमद पटेल की सीट
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल को इस बार राज्यसभा भेजना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। पटेल को राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए 45 वोटों की जरूरत है जबकि कांग्रेस के पास गुजरात में 57 विधायक थे। फिलहाल कम से कम 44 विधायक कांग्रेस के पाले में हैं, लेकिन राज्यसभा चुनाव तक इन्हें अपने साथ रखना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
छापेमारी पर भड़की कांग्रेस
आयकर विभाग की इस छापेमारी को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महज एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए इस हद तक जा चुकी है जैसा पहले कभी नहीं हुआ।
BJP is on an unprecedented witch-hunt just to win one Rajya Sabha seat
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) 2 August 2017
After using the state machinery and every other agency,these I-T raids show their utter desperation & frustration
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) 2 August 2017