इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी 9-10 सितंबर को भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। इस मौके पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने हवाई अड्डे पर मेलोनी का स्वागत किया।
बता दें कि इस मार्च की शुरुआत में, मेलोनी ने रायसीना डायलॉग के आठवें संस्करण में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने नई दिल्ली में पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने भारत-इटली साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया।
भारत और इटली प्राचीन सभ्यताएं हैं, जिनके बीच 2000 वर्षों से अधिक समय से व्यापारिक संबंध हैं। भारत और इटली के बीच राजनीतिक संबंध 1947 में स्थापित हुए। जी20 शिखर सम्मेलन राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में नवनिर्मित भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है।
भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभाली थी और देश भर के 60 शहरों में जी20 से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित की गईं थीं। यह पहली बार है कि भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि साल 1999 में गठित, जी20 का गठन मध्यम आय वाले देशों को शामिल करके वैश्विक वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए किया गया था।
जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों में नाइजीरिया, अर्जेंटीना, इटली, एयू (कॉम्रोस द्वारा प्रतिनिधित्व), और दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, यूनाइटेड किंगडम, जापान सऊदी अरब, कोरिया गणराज्य, मिस्र, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, चीन, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राजील, इंडोनेशिया, तुर्की स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, मैक्सिको, यूरोपीय संघ, सिंगापुर शामिल हैं।
जी20 शिखर सम्मेलन के अंत में जी20 नेताओं की घोषणा को अपनाया जाएगा, जिसमें संबंधित मंत्रिस्तरीय और कार्य समूहों के दौरान चर्चा की गई और सहमति व्यक्त की गई प्राथमिकताओं के प्रति नेता की प्रतिबद्धता बताई जाएगी।
बता दें कि भारत ने पिछले साल नवंबर में जी20 की अध्यक्षता संभाली थी। जी20 की अगली अध्यक्षता अगले साल ब्राजील को सौंपी जाएगी, उसके बाद 2025 में दक्षिण अफ्रीका को सौंपी जाएगी।