भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को बड़ा झटका लगा है। इस हमले में खुद जैश प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और उसके चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं। खुद अजहर ने इसकी पुष्टि करते हुए दुख जताया और कहा कि अच्छा होता, वो खुद इस हमले में मारा जाता।
मसूद अजहर ने एक बयान में बताया कि इस हमले में उसकी बड़ी बहन, मौलाना कशफ का पूरा परिवार, मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां और बाजी सादिया के पति समेत कई करीबी मारे गए हैं। उसकी सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। जैश के मुताबिक, मारे गए अधिकतर लोग महिलाएं और बच्चे हैं।
अजहर ने अपने बयान में गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "अल्लाह तआला फ़रमाता है... शहीद ज़िन्दा हैं। अल्लाह उनके मेज़बान हैं.. और वे अल्लाह के प्रिय मेहमान हैं। मेरे परिवार के दस सदस्यों को आज रात एक साथ यह खुशी मिली।"
उसने लिखा, "बुझदिल मोदी ने मासूम बच्चों, पर्दानशीन महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया। दुख और सदमा, इतना कि बयान नहीं किया जा सकता, लेकिन न अफ़सोस, न निराशा, न डर है, न हिचक है। बल्कि बार-बार दिल में आता है कि मैं भी इस "चौदह सदस्यीय खुशनसीब कारवां" में शामिल हो जाता। लेकिन अल्लाह से मिलने का वक्त होता है, इसमें आगे-पीछे नहीं हो सकता।"
उसने आगे लिखा, "एक घर में हमारे चार बच्चे थे। उनकी उम्र सात साल से लेकर तीन साल तक थी.. चारों एक साथ स्वर्ग सिधार गए। उनके माता-पिता अकेले हो गए। यह उनके जाने का समय था। इस क्रूरता ने सभी नियमों को तोड़ दिया। मस्जिद पर बमबारी से शहीद हुए गुंबद का क्रोध, भगवान ने चाहा तो याद रखा जाएगा।"
गौरतलब है कि भारत ने यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए मासूमों को न्याय दिलाने के लिए किया था। कर्नल सोफिया कुरैशी के अनुसार, यह ऑपरेशन 6-7 मई की रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच चलाया गया। नौ आतंकी शिविरों को सटीक मिसाइल हमलों से पूरी तरह तबाह कर दिया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि यह कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उकसावे वाली थी। उन्होंने कहा, "इसमें केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया, आम नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों को नहीं।"
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान और पीओके में फैले नौ आतंकी अड्डों पर हमले किए गए। इन स्थानों से भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाई जाती थी।
मसूद अजहर के बयान ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि भारतीय सेना की यह कार्रवाई पूरी तरह सफल रही है। जैश का गढ़ माने जाने वाले बहावलपुर पर किया गया यह हमला आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाने वाला बताया जा रहा है।