मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के मामले में आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद द्वारा नया बैनर जारी किया गया है। जिसमें उन्होंने विस्फोटक रखने से इनकार किया है। इससे पहले जैश-उल-हिंद ने अंबानी के घर के पास संदिग्ध गाड़ी में विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन अब वह इससे इनकार कर रहे हैं।
बता दें कि मुंबई पुलिस ने आधिकारिक तौर पर जैश-उल-हिंद के एक बैनर को साझा किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्होंने अंबानी को कभी भी कोई धमकी नहीं दी है, इसके साथ ही मीडिया में जो पत्र प्रसारित हो रहा है वह भी फर्जी है। उस बैनर में यह भी दावा किया गया है कि वह भारतीय उद्योगपतियों के साथ कभी कोई लड़ाई नहीं करेंगे।
आजतक की खबरों के अनुसार जैश-उल-हिंद द्वारा साझा किए गए पत्र की हेडिंग में लिखा है कि "जैश-उल-हिंद" से अंबानी को कोई खतरा नहीं। इसके बाद उस बैनर में लिखा गया "आज सुबह हमने देखा कि भारतीय मीडिया में खबर चल रही है कि हम जैश उल हिंद ने भारतीय व्यवसायी मुकेश अंबानी के घर के पास हुई घटना की जिम्मेदारी ली है। हमें जैश-उल-हिंद के नाम से एक टेलीग्राम अकाउंट के बारे में भी पता चला, जिसमें इस घटना के बारे में एक पोस्टर साझा किया गया। "जैश-उल-हिंद" ने आगे लिखा कि इस बैनर द्वारा हम स्पष्ट रूप से बताना चाहते हैं कि जैश-उल-हिंद का इस घटना से कोई संबंध नहीं है। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर हुई घटना टेलीग्राम अकाउंट और पोस्टर का जैश-उल-हिंद से कोई संबंध नहीं है। हम फर्जी पोस्टर बनाने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसियों की निंदा करते हैं।"
इस बैनर में आगे लिखा था कि जैश-उल-हिंद कभी भी कुफ्रों से फिरौती नहीं लेता और उनकी भारतीय व्यापार जगत के टाइकूनों के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। हमारी लड़ाई बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ है। हम भारत के निर्दोष मुसलमानों के खिलाफ नरेंद्र मोदी के कुकृत्यों से लड़ रहे हैं। हमारी लड़ाई शरीयत के लिए हैं न कि पैसे के लिए, हम धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र के खिलाफ लड़ रहे हैं, मुकेश अंबानी से नहीं।
इस पोस्टर के जारी होने के बाद मुंबई पुलिस की दस टीमें और एनआईए की टीम मिलकर इस मामले की तहकीकात कर रही है। मुंबई पुलिस लगातार मुलुंड टोल नाके के पास के सारे सीसीटीवी कैमरे की जांच कर रही है।