पिछले एक सप्ताह से एम्स से भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत गंभीर बताई जा रही है। शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एम्स पहुंचकर जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली। वहीं, राष्ट्रपति के बाद गृह मंत्री अरुण जेटली ने एम्स जाकर उनका हाल जाना। देर रात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हषवर्धन भी एम्स पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम जेटली की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई। उनके दिल और फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं। लिहाजा उन्हें एकमो मशीन पर रखा गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह दिल्ली में मौजूद सभी केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को देखने के लिए एम्स जाएंगे।
सांस लेने में तकलीफ के बाद कराया गया था एम्स में भर्ती
जेटली को बीते शुक्रवार सुबह 11 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक, उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। एम्स ने देर शाम बताया था कि डॉक्टरों की टीम ने जेटली की सेहत पर नजर बनाए रखी है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन उनका हाल जानने एम्स पहुंचे।
कैंसर के इलाज के लिए न्यूयॉर्क गए थे जेटली
जेटली का सॉफ्ट टिश्यू कैंसर का इलाज चल रहा था। वे इस बीमारी के इलाज के लिए 13 जनवरी को न्यूयॉर्क चले गए थे और फरवरी में वापस लौटे थे। जेटली ने अमेरिका से इलाज कराकर लौटने के बाद ट्वीट किया था- घर आकर खुश हूं। इससे पहले जेटली ने अप्रैल 2018 में भी दफ्तर जाना बंद कर दिया था। इसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां उनका गुर्दा प्रत्यारोपण हुआ था। इसके बाद वे अगस्त से वापस दफ्तर जाने लगे थे। हालांकि, मई 2019 में उन्होंने मोदी से कह दिया था कि नई सरकार में वे शामिल नहीं हो पाएंगे। इसके बाद मोदी उनसे मिलने घर पहुंचे थे।
जेटली को दो बार मिला रक्षा मंत्रालय का प्रभार
मई 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद जेटली को वित्त और रक्षा मंत्रालय का प्रभार दिया गया था। वे 2014 में छह महीने रक्षा मंत्री रहे। बाद में मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री बनाए गए। उनके गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद जेटली को 2017 में छह महीने के लिए दोबारा यह प्रभार दिया गया। बाद में उनकी जगह निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री बनीं। जेटली की बीमारी के चलते पीयूष गोयल ने दो बार वित्त मंत्रालय संभाला था।