जम्मू-कश्मीर जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के नतीजों ने गुपकार गठबंधन को बड़ी जीत दिलाई है। हालांकि, बीजेपी के खाते में भी बेहतर नतीजे आए हैं। परिणाम के मुताबिक गुपकार गठबंधन जम्मू-कश्मीर में 112 सीटें जीती है। जबकि, भाजपा भी 74 सीटें जीतने में कामयाब रही। खास बात ये है कि इस चुनाव में जम्मू के साथ-साथ कश्मीर घाटी में पहली बार बीजेपी का भगवा रंग चढ़ा है और मुस्लिम बहुल इलाके में पार्टी तीन सीटें जीतने में कामयाब रही।
वहीं मुस्लिम बहुल कश्मीर घाटी में बीजेपी ने सिर्फ 3 सीटों पर जीत हासिल की है। ये सीट हैं श्रीनगर की खोनमोह-2, यहां से बीजेपी के एजाज हुसैन जीते हैं, बांदीपोरा में एजाज अहमद खान ने जीत हासिल की है जबकि पुलवामा के काकपोरा से मिन्हा लतीफ को जीत मिली है।
हालांकि, भाजपा का गढ़ माने जाने वाले जम्मू में गुपकार गठबंधन ने बड़ी सेंध लगाई है। इससे भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा है। राज्य की कुल 280 डीडीसी सीटों में से जम्मू क्षेत्र की 140 सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी महज 71 सीटें ही जीत सकी है। वहीं, गुपकार गठबंधन कश्मीर ही नहीं बल्कि जम्मू इलाके की सीटें भी कब्जाने में कामयाब रहा। जम्मू बीजेपी का गढ़ इसलिए माना जाता है क्योंकि यहां गैर-मुस्लिम आबादी अधिक है।
इस चुनाव में गुपकार गठबंधन में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 67 सीटें, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी 27 सीटें पाने में कामयाब रही। वहीं, निर्दलियों को भी 49 सीटें मिली हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने भी 26 सीटों पर कब्जा जमाया। हालांकि, बीजेपी के लिए अच्छी खबर ये है कि उसने कश्मीर घाटी में भी अपना खाता खोल लिया है।
गुपकार गठबंधन की अगुवाई करने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉफ्रेंस को जम्मू क्षेत्र में 25 सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा एक सीट पीडीपी पाने में कामयाब रही। कांग्रेस भी इस क्षेत्र की 17 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही। जम्मू इलाके की सीटों पर गुपकार गठबंधन का ऐसे समय में जीतना ज्यादा अहम हो जाता है जब राज्य से 370 को खत्म कर दिया गया है और खुले तौर पर गठबंधन का कहना है कि ये जीत 370 पर जनमत संग्रह है। डीडीसी चुनाव को भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव का लिटमस लेस्ट माना जा रहा है।