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कश्मीर घाटी से तुरंत लौटें अमरनाथ यात्री और पर्यटक, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

जम्मू और कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से कहा कि वे घाटी में अपने प्रवास को...
कश्मीर घाटी से तुरंत लौटें अमरनाथ यात्री और पर्यटक, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

जम्मू और कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से कहा कि वे घाटी में अपने प्रवास को कम करने और जल्द से जल्द लौटने के लिए आवश्यक इंतजाम करें। दरअसल, आतंकी खतरों के खुफिया इनपुट के मद्देनजर सरकार ने ये एडवाइजरी जारी की है।

जम्मू-कश्मीर सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी सुरक्षा एडवाइजरी में कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमलों के इनपुट मिलने और कश्मीर की सुरक्षा बढ़ाने के मकसद से अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए घाटी में तत्काल प्रभाव से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगाई जा रही है। अमरनाथ यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा को तुरंत खत्म करें और जितनी जल्दी हो सके घाटी को छोड़ दें।

अपने एडवाइजरी में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि राज्य में बड़े आतंकी हमले का अंदेशा (इनपुट) है। आप लोग जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी करके लौट जाएं। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। यह यात्रा 15 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन रोक दी गई है।

सर्च ऑपरेशन के दौरान एक अमेरिकन स्नाइपर राइफल एम-24 बरामद

इससे पहले सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि अमरनाथ यात्रियों पर स्नाइपर से हमले की कोशिश की गई, लेकिन सुरक्षाबलों ने इसे पूरी तरह विफल कर दिया। सेना की तरफ से बताया गया कि पाकिस्तानी सेना लगातार कश्मीर में शांति भंग करने का प्रयास करती है। कई बार सर्च ऑपरेशन के दौरान बारूदी सुरंगों का भी पता चला, लेकिन उनके सभी प्रयास विफल कर दिए गए। चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रा के रूट पर आतंकियों के एक ठिकाने से सर्च ऑपरेशन के दौरान एक अमेरिकन स्नाइपर राइफल एम-24 बरामद की है।

डीजी दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हम पिछले कुछ महीनों से सक्रिय हैं। लगातार काम कर रहे हैं। हमारे जवानों को आराम का बिल्कुल मौका नहीं मिला है। सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन ने कहा, 'अमरनाथ यात्रा ने अभूतपूर्व बदलाव देखा है और कई खतरों के बावजूद यह यात्रा शांतिपूर्ण रही है। यात्रा को बाधित करने के गंभीर प्रयास हुए, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की कड़ी मेहनत, प्रौद्योगिकी के उपयोग और लोगों के सहयोग के कारण इसे असफल कर दिया गया।' 

अब 28 हजार और सुरक्षाबल जवान कश्मीर घाटी में होंगे तैनात 

10 हजार सुरक्षाबलों की तैनाती के हफ्ते भर के अंदर ही केंद्र सरकार 28 हजार और जवानों को जम्मू-कश्मीर भेज रही है। इतनी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती के बाद तरह-तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, जवान गुरुवार सुबह से घाटी में पहुंचने लगे हैं। हालांकि कुछ दिन पहले ही राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अनुच्छेद 35 ए को खत्म करने का कोई प्लान नहीं है।

 

 

 

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