जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदीश कुमार ने विश्वविद्यालय के छात्रों पर जबरदस्ती घर में घुसने और अपनी पत्नी को घंटों तक बंदी बनाए रखने का आरोप लगाया। हालांकि छात्रों ने इन आरोपों का खंडन किया है।
कुलपति ने ट्वीट किया, "आज (सोमवार) शाम करीब सौ छात्रों ने जबरन मेरे जेएनयू आवास में तोडफ़ोड़ की और मेरी पत्नी को कई घंटों तक घर के अंदर कैद रखा, जबकि मैं एक बैठक में था। क्या यह विरोध का तरीका है? घर में एक अकेली महिला को आतंकित करना?"
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक प्रोफ्रेसर ने सोमवार को कहा कि छात्रों ने कथित रूप से कुलपति के घर में घुसकर उनकी पत्नी को घेर लिया। उस समय कुलपति घर पर नहीं थे। इस बीच पुलिस को कॉल की गई और विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसरों की पत्नियों ने उन्हें बचाया। जगदीश कुमार की पत्नी को सदमा लगने के कारण अस्पताल ले जाया गया।
छात्र क्यों हैं नाराज?
विश्वविद्यालय के सात छात्र इस अकादमिक सत्र से लागू हो रही प्रवेश परीक्षा के लिये ऑनलाइन प्रणाली के विरोध में पिछले एक सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। वाम संगठनों के छात्र कुलपति से मिलने की मांग करते हुए उनके घर पहुंचे। पिछले सप्ताह जब छात्र कुलपति से मिलने पहुंचे तो कुलपति ने उनकी चिंताओं को दूर करने बजाय उन्हें मिठाई पेश की।
छात्रों ने आरोपों को किया खारिज
वहीं छात्रों ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "हम कुलपति से मिलने गए थे। सुरक्षाकर्मियों ने हमें हिरासत में ले लिया और जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष एन साई बालाजी समेत कई छात्रों को गंभीर चोट आई है।" हालांकि, पुलिस ने कहा कि कुछ छात्रों द्वारा मार्च निकालने का आह्वान किया गया था, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें प्रवेश की कोशिश करते समय रोक दिया।