पुलिस उप महानिरीक्षक :डीआईजी: पशुपति उपाध्याय ने बताया कि हुडा को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा, हमें जानकारी थी कि गत वर्ष कानपुर में हुए एक रेल हादसे में हुडा वांछित है। इस हादसे में 150 लोगों की मौत हो गयी थी।
उपाध्याय ने कहा, भारत मेें आपराधिक गतिविधियों में हुडा की कथित संलिप्तता के मामले में भी नेपाल पुलिस भारत की पुलिस के साथ करीबी समन्वय के साथ काम करेगी। गिरफ्तार तीन अन्य लोगों की पहचान बृज किशोर गिरि, आशीष सिंह और उमेश कुमार कुर्मी के रूप में हुयी है। ये सभी दक्षिणी नेपाल के कलैया जिले के रहने वाले हैं।
डीआईजी उपाध्याय ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इंटरपोल के सहयोग से पुलिस हुडा और अन्य तीन आरोपी अपराधियों को दुबई से नेपाल लायी।
पुलिस ने बताया कि हुडा नेपाल के बारा जिले में दोहरे हत्याकांड के एक मामले का मास्टरमाइंड है।
उपाध्याय ने बताया कि हुडा के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठनों से संबंध है और वह नेपाल तथा भारत में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ बारा की जिला अदालत में पहले से ही एक मामला दर्ज है।
बिहार पुलिस ने जनवरी में तीन लोगों को गिरफ्तार कर दावा किया था कि वे भारतीय रेलवे को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहे थे। इसके बाद इस दुर्घटना में आईएसआई की भूमिका की भी जांच की जा रही है। बिहार पुलिस के अनुसार इन तीनों आरोपियों को हुडा से जुड़े एक व्यक्ति ने तीन लाख रूपये दिये थे।
आईएसआई एजेंट शमशुल हुदा एक नेपाली शख्स है। नेपाल पहुंचने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहां एनआईए, रॉ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर मौजूद हैं। माना जा रहा है कि ये अधिकारी हुडा से पूछताछ करेंगे। भाषा