कर्नाटक विधानसभा में मंगलवार को एचडी कुमारस्वामी सरकार का फ्लोर टेस्ट हो सकता है। इस बीच वोटिंग से पहले स्पीकर रमेश कुमार ने बागी विधायकों को मिलने के लिए कहा था, लेकिन विधायकों ने उनसे और कुछ समय मांगा है। 13 विधायकों ने कहा है कि उन्हें 4 सप्ताह का वक्त दिया जाए।
स्पीकर रमेश कुमार ने सभी बागी विधायकों को उनसे मुलाकात करने के लिए कहा है। इसमें विधायकों के इस्तीफे या फिर उनकी अयोग्यता पर होने वाले फैसले पर बातचीत हो सकती है। लेकिन इस मुलाकात से पहले 13 बागी विधायकों ने स्पीकर को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में विधायकों ने लिखा है कि उन्हें इस मामले पर अपने वकीलों से बात करनी होगी, ऐसे में स्पीकर के सामने पेशी से पहले उन्हें चार हफ्ते का वक्त दिया जाए।
विधायकों ने कहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा देने के बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जहां स्पीकर को उनके इस्तीफे पर विचार करने का भी निर्देश दिया गया था।
पत्र में कहा गया है, "इन सब के बावजूद, "मुझे सूचना है कि पार्टी द्वारा भारतीय संविधान के एक्स शेड्यूल के तहत मेरी अयोग्यता की मांग करते हुए एक याचिका दायर की गई है।"
मांगा चार सप्ताह का समय
पत्र में आगे कहा गया है, "आप जानते हैं कि अयोग्यता नियम, 1986 में न्यूनतम 7 दिनों की अवधि की आवश्यकता होती है। इसके बावजूद कार्यवाही जल्दी हो रही है। इन परिस्थितियों में, मैं आपके समक्ष प्रस्तुत होने के लिए चार सप्ताह का समय देने का अनुरोध करता हूं।"
बागी विधायकों ने कहा है कि उन्हें एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उन्हें आज स्पीकर के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। पत्र में कहा गया है, "मैं स्टेशन में नहीं हूं और मुझे कागजात प्राप्त करने के बाद उनके वकील से परामर्श करना होगा।"
इन विधायकों ने लिखा है पत्र
पत्र में रमेश जारकीहोली, मुनिरत्न, आर शंकर, बीसी पाटिल, शिवराम हेब्बार, महेश ईरगौडा कुमथल्ली, एमटीबी नागराजू, प्रतापगौड़ी पाटिल, एसटी सोमशेखर, कांग्रेस के बीए बसवराज और नारायण गौड़ा, गोपालैया, गोपालैया ने लिखा है।