मन की बात के 31 वें अंक में पीएम ने कहा कि 2022 तक हम अपने राज्य, देश, नगर को कहां ले जाएंगे इस बारे में सोचना चाहिए। प्रधानमंत्री ने नौजवानों को लेकर कहा कि कई लोग आराम की जिंदगी जीने के आदि हो जाते हैं। कंफर्ट जोन में जीना ठीक है, लेकिन मेहनत जरूरी है। अब परीक्षाएं समाप्त हो चुकी है। छुट्टियों में युवाओं को कुछ करना चाहिए। तीन सुझाव हैं, नया अनुभव करें, जिसके बारे में न सुना है, न जानते हैं, नई जगहों पर जाएं। पीएम ने कहा कि जो भी जानने की इच्छा है उसके बारे में कुछ करें।
बगैर रिजर्वेशन के यात्रा करें
पीएम ने कहा कि रिजर्वेशन किए बिना, टिकट लेकर यात्रा करें। 24 घंटे का सफर करें। अनुभव करें क्या लगता है। बिना सोए, भीड़ भाड़ का अनुभव करें। गरीब बस्ती में अपने खेल का सामान लेकर जाएं, नया अनुभव होगा, गरीब लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा। एक बार जाएंगे, बार बार जाने का मन करेगा। कई एनजीओ ऐसा काम कर रहे हैं। तकनीक दूरियां कम करने के लिए आई, लेकिन आज उल्टा हो रहा है, एक घर में लोग दूर हो रहे हैं।
वैकेशन में कुछ नया करें
स्किल बढ़ाने के लिए युवाओं को कुछ करना चाहिए। वैकेशन में कुछ नया करें। पीएम ने कहा कि जीवन में कुछ बनने का सपना अच्छी बात है, लेकिन अपने भीतर के इंसान को कुंठित न होने दें। मानवीय गुणों से दूर तो नहीं हो रहे हैं। तकनीक सीखें, संगीत सीखें, अन्य भाषाएं सीखें. भारत में तमाम विविधताएं हैं। स्वीमिंग नहीं आती तो सीखें, ड्राइंग सीखें, कुछ लाभ तो मिलेगा।
नया प्रयोग करें
मोदी ने कहा कि नए प्रयोग युवाओं को अच्छा अनुभव देगा, कुछ खुशी मिलेगी। अगर जादू सीखने का शौक है तो ताश के पत्तों का जादू सीखिए, अपने दोस्तों को दिखाएं। दुनिया को देखने से जो अनुभव मिलता है वह और कहीं नहीं मिलता। जाने से पहले उसके बारे में जानें तब फायदा होगा। ज्यादा यात्रा न करें, समय दें एक स्थान पर उससे ज्यादा फायदा होगा।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने युवाओं के लिए अच्छा प्रयास किया है। डिजिटल लेन देन को बढ़ावा दिया है। पीएम ने कहा कि भारत सरकार की युवाओं के लिए एक कमाई की योजना भी है, आप लोगों को डिजिटल योजना से जोड़ें। भारत ने सबका साथ सबका विकास की बात की है। यह विश्व पटल पर भी लागू है। हमारे पड़ोसी देश भी विकास करें। भारत जल्द एक सैटेलाइट लांच करेगा जिससे पड़ोसी देशों को भी फायदा होगा।