पंजाब नैशनल बैंक घोटाले को लेकर इसके मुख्य आरोपी नीरव मोदी पर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया तेज हो गई है। विपक्ष, सरकार, मीडिया और आम लोगों के बीच 11,400 करोड़ रुपए के बैंक घोटाला केस चर्चा का विषय बना हुआ है। इसे लेकर सरकारी एजेंसियां भी सख्ती बरतती दिखाई दे रही हैं। इस बीच नीरव मोदी के वकील ने दावा किया है कि इस केस में भी अभियोजन पक्ष को मुंह की खानी पड़ेगी।
नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल का कहना है कि टूजी घोटाले और बोफोर्स की तरह यह मामला भी गिर जाएगा। जांच एजेंसियां मीडिया में शोर कर रही हैं लेकिन वे आदालत में आरोप साबित नहीं कर पाएंगे। उन्हें यकीन है कि नीरव मोदी दोषी साबित नहीं होंगे।
Like 2G Scam & Bofors matter this case will also collapse. Agencies are making noises in the media but they will not be able to prove the charges in a court of law. I am sure #NiravModi will not be found guilty: Vijay Aggarwal, Nirav Modi's lawyer to ANI (file pic) #PNBFraudCase pic.twitter.com/IHGzhMMIXJ
— ANI (@ANI) February 20, 2018
इधर, पंजाब नैशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी ने पीएनबी को चिट्ठी लिखी है। उसने कहा है कि पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) द्वारा मामले को सार्वजनिक कर दिए जाने से अब बात बिगड़ गई है और बैंक ने उससे बकाया वसूलने के सारे रास्ते बंद कर लिए हैं। इसके साथ ही नीरव मोदी का कहना है कि उसकी कंपनियों पर बकाया बैंक द्वारा बतायी जा रही रकम से काफी कम है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएनबी प्रबंधन को 15-16 फरवरी को लिखे एक पत्र में नीरव मोदी ने कहा कि उसकी कंपनियों पर बैंक का बकाया 5,000 करोड़ रुपये से कम है। पत्र के मुताबिक, “गलत तौर पर बताई गई बकाया राशि से मीडिया में होहल्ला हो गया और परिणाम स्वरूप तत्काल तौर पर खोज का काम शुरू हो गया और कंपनी का चलना भी बंद हो गया। इससे समूह पर बैंक के बकाया को चुकाने की हमारी क्षमता संकट में पड़ गई है।”