मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही महज एक घंटे ही चल पाई। राफेल सहित कई मुद्दों को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दिनभर के लिए संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही जैसे ही सुबह 11 बजे शुरू हुई, कांग्रेसी सासंद वेल में पोस्टर्स और बैनर्स लेकर हंगामा करने लगे। वे राफेल समझौते की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग कर रहे थे।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस, एआईएडीएमके और टीडीपी के 30 से अधिक सांसद वेल में मौजूद थे। तेलुगुदेशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जा की मांग कर रहे थे, जबकि एआईएडीएमके के सांसद कावेरी नदी पर बांध के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान लहसुन के उत्पादन संबंधी सिर्फ एक ही सवाल पूछा जा सका।
पहले दोपहर तक के लिए स्थगित
यहां तक कि जब कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह एक सवाल का जवाब दे रहे थे, तो भाजपा के सांसदों ने राफेल मुद्दे पर हंगामा करना जारी रखा। भाजपा सांसद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग कर रहे थे। इसके बाद सदन की कार्यवाही महज पांच मिनट ही चल पाई और उसे दोपहर तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
दोपहर बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सांसदों का हंगामा भी जारी रहा। हंगामे के बीच ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (संशोधन) बिल, 2018 सदन में पेश किया गया।
“हमसे अच्छे स्कूली बच्चे”
कार्यवाही में बाधा से चिंतित लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने कहा कि सदस्यों को यह अच्छी तरह पता है कि यह महत्वपूर्ण सत्र है, क्योंकि इसके बाद सभी को चुनावों का सामना करना है। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन हंगामा जारी रहा।
उन्होंने कहा, “इससे अच्छा संदेश नहीं जाएगा और हमें लोगों का सामना करना है।” महाजन ने कहा कि दूसरे देशों के लोग हमसे सवाल पूछते हैं है कि “हमारे देश में क्या चल रहा था।” उन्होंने कहा, “मुझे एक संदेश मिला कि हमसे बेहतर तो स्कूल के बच्चे हैं। क्या हम उनसे भी बुरे हैं?”
जेपीसी की मांग पर अड़ी कांग्रेस
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे भी चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन राफेल समझौते के लिए जेपीसी जांच हो, ताकि इससे जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच की जा सके। इस पर महाजन ने कहा कि जेपीसी का गठन उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
जेपीसी गठन की जरूरत को खारिज करने का संकेत देते हुए संसदीय कार्यमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से चीजें साफ हो चुकी हैं। इस जवाब से नाराज कांग्रेस सांसदों ने दोबारा हंगामा शुरू कर दिया और नतीजतन लोकसभा को दिनभर के लिए स्थगित करना पड़ा।
अभी तक सिर्फ एक बिल पास
लोकसभा का शीतकालीन सत्र पिछले सप्ताह शुरू हुआ था और हर दिन हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। इस सत्र में अभी तक सिर्फ एक ही पास हुआ है। सोमवार को ट्रांसजेंडर के अधिकारों से संबंधित विधेयक को पास किया गया था। उधर, हंगामे की वजह से राज्यसभा को भी दिनभर के लिए स्थगित करना पड़ा।