भारत में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिहाज से चीन दौरे पर गए केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.जे. अल्फोंस ने कहा कि भीड़ द्वारा की जा रही हत्याओं ने भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया है। हालांकि मंत्री ने आगे कहा कि बीफ बैन से पर्यटन किसी पर तरह का प्रभाव नहीं पड़ा है। इसके अलावा एक सर्वे में भारत को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश बताए जाने को भी केंद्रीय मंत्री ने इसे ‘बैटल ऑफ परसेप्शन’ करार दिया।
चीन में भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा “लिंचिंग जैसी घटनाएं कभी नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा करने वालों को क्रिमनल कहा है। प्रधानमंत्री ने राज्यों से भी इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए कहा है क्योंकि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्यों का विषय है।“
यह पूछे जाने पर कि क्या लिंचिंग की घटनाएं पर्यटन उद्योग को प्रभावित कर रही हैं, अल्फोंस ने कहा कि “ऐसा नहीं है और ना ही यही बहुत लंबे समय तक प्रभावित करता है। लेकिन इस तरह की घटनाएं देश की छवि के लिए जरुर नुकसान पहुंचाती हैं।“
पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या बीफ बैन भी विदेशी पर्यटकों को भारत से दूर कर रहा है, केंद्रीय मंत्री ने कहा “हकीकत में देखा जाए तो यह कोई मामला नहीं है। केरल, गोवा और पूर्वोत्तर के प्रदेशों में बीफ खाया जाता है। ये सब प्रदेश पर्यटन के लिहाज से अच्छे हैं। इसलिए लोगों को जहां अच्छा लगता है, वे वहां जाते हैं।”
मंत्री ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि लोगों को अन्य लोगों की भावनाओं की भी सम्मान करना चाहिए। और यह बात एकदम मूल में हैं।
दुनिया के पर्यटन में 21 फीसदी पर्यटक चीन से आते हैं। पिछले साल 14 करोड़ से ज्यादा चीनी लोग विेदेशों में घूमने गए, जिसमें से सिर्फ लगभग तीन लाख भारत आए थे। केंद्रीय मंत्री अलफांसो ने अधिक पर्यटकों को भारत की ओर आकर्षित करने के लिहाज से बींजिंग में एक रोड शो की शुरुआत की। बीजिंग के बाद वे शंघाई और वुहान जाएंगे। केंद्रीय मंत्री के अनुसार “आने वाले तीन सालों में हम 1 करोड़ 40 लाख चीनी पर्यटक भारत में लाना चाहते हैं।“
महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने इसे ‘परसेप्शन बैटल’ यानि दृष्टिकोण की लड़ाई करार दिया। अल्फोंस ने आगे कहा कि 540 लोग जिनमें महज 43 भारतीय थे, के विचारों के आधार पर यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता कि भारत महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे असुरक्षित देश है।