मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुरनैकिन थाना क्षेत्र में आज सुबह बाणसागर बांध परियोजना से जुड़ी नहर में बस के गिरने के कारण अब तक 45 यात्रियों की मृत्यु हो गयी और सात अन्य को सुरक्षित बचा लिया गया। रीवा संभाग आयुक्त राजेश जैन ने यूनीवार्ता को बताया कि नहर में घटनास्थल से बस को भी निकाल लिया गया है। कुल 37 लोगों की मृत्यु हुयी है, जिनमें से 16 महिलाएं, 20 पुरुष और एक बच्चा शामिल है। सात व्यक्ति शुरूआत में ही किसी तरह नहर से तैरकर निकल आए थे। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है। हालाकि इस आशंका के चलते कि, कहीं कुछ यात्री नहर में पानी के बहाव में बह तो नहीं गए, आसपास के संभावित क्षेत्रों में भी तलाशी की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी जिले में नहर में गिरने के कारण 37 यात्रियों की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए उनके आश्रितों काे पांच पांच लाख रुपयों की सहायता की घोषणा की है।
जैन ने कहा कि सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलाेमीटर दूर हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन का अमला पहुंच गया था। वे स्वयं सुबह नौ बजे घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य की गति और बढ़वायी।
इस बीच पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाणसागर बांध जलाशय से जुड़ी इस नहर में 20 फीट से अधिक पानी भरा था। हादसे की सूचना के बाद सबसे पहले लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित बांध जलाशय से पानी छोड़ने का कार्य बंद कराया गया।
इस वजह से नहर का जलस्तर कम हुआ और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लायी जा सकी। हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। सूत्रों ने कहा कि बस सुबह सीधी से सतना के लिए रवाना हुयी थी।
सुबह लगभग आठ बजे छुहिया घाटी में जाम लगा होने के कारण बस अपने निर्धारित मार्ग के स्थान पर पास ही स्थित दूसरे मार्ग से सतना की ओर रवाना हुयी और बाणसागर बांध परियोजना की नहर में जा गिरी। यह मार्ग नहर से सटा हुआ था और बस असंतुलित होकर नहर में समा गयी। बस में सीधी और आसपास के जिलों के यात्री सवार होने की सूचना है। मृतकों की पहचान की जा रही है।