मसाला किंग के नाम से मशहूर, महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। गुलाटी एमडीएच समूह के प्रमुख थे। छोटे से कस्बे से मसाला कारोबार शुरू करने वाले गुलाटी ने, एमडीएच हर घर के किचन में पहुंचा दिया था। वह अपने खास लुक के लिए भी जाने जाते थे। अहम बात यह है कि वह हमेशा से एमडीएच के ब्रांड एम्बेस्डर रहे। और 98 साल की उम्र में भी विज्ञापनों में नजर आते रहे हैं।
रोजगार की तलाश में दिल्ली आकर उन्होंने तांगा चलाना शुरू किया, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. इसीलिए उन्होंने वो तांगा अपने भाई को देकर मसाले बेचना शुरू किया। उनका मसाला लोगों की जुबान पर ऐसा चढ़ा कि देशभर में धूम मच गई। गुलाटी ने मसाले का कारोबार पिता से मिले 1500 रुपये से खरीदे तांगे को तो उन्होंने अपने भाई को दिया। और करोलबाग में एक छोटी सी दुकान पर मसाले बेचना शुरू कर दिया। 60 का दशक आते-आते महाशियां दी हट्टी करोलबाग में मसालों की एक मशहूर दुकान बन चुकी थी।
बढ़ते कारोबार को देखते हुए उन्होंने 1959 में दिल्ली के कीर्ति नगर में मसाले तैयार करने की अपनी पहली फैक्ट्री लगाई थी। 93 साल के लंबे सफर के बाद सियालकोट की महाशियां दी हट्टी अब दुनिया भर में एमडीएच के रुप में मसालों का ब्रांन्ड बन चुकी है। एमडीएच का कारोबार 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका है।