लगभग 9,000 करोड़ रुपये के बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी विजय माल्या भारत आने और कानून का सामना करने को तैयार है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि माल्या ने भारतीय अधिकारियों को कुछ इसी प्रकार का संकेत दिया है।
विजय माल्या के खिलाफ लंदन की अदालत में भारत सरकार की ओर से प्रत्यर्पण का मामला चल रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, समझा जाता है कि माल्या ने भारतीय अधिकारियों को संकेत दिया है कि वह भारत आने और कानूनी प्रक्रिया का सामना करने को तैयार है। इसके अलावा माल्या ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत उसके खिलाफ की गई कार्रवाई को चुनौती देने का भी संकेत दिया है।
हाल ही में आए अध्यादेश के तहत, सरकार देश और विदेशों में माल्या से जुड़े सभी संपत्तियों को तत्काल जब्त कर सकती है।
मुंबई में एक विशेष मनी लांड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) अदालत ने पिछले महीने समन जारी कर माल्या को उसके समक्ष 27 अगस्त को पेश होने को कहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 9,000 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधडी मामले में भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत माल्या के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उसके बाद विशेष पीएमएलए अदालत ने माल्या को समन किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इसके अलावा माल्या की करीब 12,500 करोड़ रुपये की संपत्तियों को तत्काल कुर्क करने की भी अपील की है।