पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि वो नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) को स्वीकार नहीं करेंगे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इस मुद्दे पर बात की है। नीतीश कुमार ने भी कहा है कि वो एनआरसी को स्वीकार नहीं करेंगे।
ममता ने कहा कि लोकतंत्र के सभी स्तंभ मीडिया और न्यायपालिका सभी केंद्रीय सलाहकारों द्वारा चलाए जा रहे हैं। मूल भारतीयों के नामों को एनआरसी सूची से बाहर रखा गया है। उन्होंने आगे कहा, ''मैं मनमोहन सिंह के शब्दों को दोहराऊंगी कि राजनीतिक प्रतिशोध से ज्यादा अर्थव्यवस्था पर अधिक ध्यान केंद्रित करें।''
‘आर्थिक मंदी से ध्यान हटाने की कोशिश है चंद्रयान-2 मिशन’
ममता ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार देश की बदहाल अर्थव्यवस्था से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए चंद्रयान-2 का इस्तेमाल कर रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि देश में आर्थिक मंदी है। इससे ध्यान हटाने के लिए चंद्रयान-2 मिशन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। देश में पहला चंद्रयान लॉन्च है, ऐसा लग रहा है कि मोदी के सत्ता में आने से पहले इस तरह के मिशन शुरू नहीं हुए थे।
बनर्जी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार चंद्रयान मिशन का प्रचार कुछ ऐसे कर रही है, जैसे कि इससे पहले भारत ने किसी स्पेस मिशन का संचालन ना किया हो। ममता ने कहा कि देश में उपजे आर्थिक संकट को छिपाने के लिए केंद्र सरकार चंद्रयान-2 के अभियान का इस्तेमाल कर रही है।
एनआरसी पर राजनीति जारी
बता दें कि 31 अगस्त को एनआरसी की अंतिम सूची जारी की गई। एनआरसी में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन दिया था। इनमें से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है और 19,06,657 लोगों का नाम नहीं आया। जिनका नाम अंतिम लिस्ट में नहीं आया उनका क्या होगा इसी को लेकर सियासी पार्टियों में संग्राम जारी है।