अपने विस्तृत वक्तव्य में इंडिगो ने कहा कि विमान संख्या 6 ई 342 जिसमें 174 यात्री सवार थे उसने कोलकाता हवाईअड्डे पर सामान्य लैंडिग की और विमान के कप्तान ने ईंधन की जरूरत या आपात स्थिति की घोषणा नहीं की थी। कंपनी ने इसे हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) और पायलट के बीच हुई गलतफहमी बताया।
पटना से कोलकाता जा रहा इंडिगो का विमान, जिसमें ममता बनर्जी सवार थी उसे खबरों के मुताबिक ईंधन कम होने के बावजूद हवाईअड्डे पर देर से उतारा गया। तृणमूल के सदस्यों ने इस मुद्दे को आज संसद में उठाया। पार्टी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश का पता लगाने के लिए मामले की जांच की मांग की है।
इंडिगो ने वक्तव्य में कहा है कि विमान जब यहां पहुंचा तब उसमें रास्ता बदलने के लिए जरूरी न्यूनतम ईंधन से भी अधिक मात्रा में ईंधन मौजूद था और नियामक कानूनों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया। इसमें कहा गया, कोलकाता में हवाई यातायात में भीड़भाड़ की वजह से विमान की लैंडिंग में देर हुई। उड़ान संख्या 6 ई 342 के पायलट ने एटीसी से कहा था कि मार्ग बदलकर योजनाबद्ध स्थान पर जाने से पहले कोलकाता (गंतव्य) के ऊपर उड़ाते रहने के लिए उनके पास आठ मिनट का अतिरिक्त ईंधन है। वक्तव्य में आगे कहा गया, लेकिन इस सूचना का एटीसी ने गलत मतलब निकाला और उन्हें ऐसा लगा कि विमान के पास कुल ईंधन में से महज आठ मिनट का ईंधन बचा है। इंडिगो के मुताबिक इस गलतफहमी की वजह से एटीसी ने फायर इंजिनों और एंबुलेंसों को हवाईअड्डे पर तैनात कर दिया।
वक्तव्य में कहा गया, हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि इंडिगो के कप्तान ने किसी भी चरण में ईंधन प्राथमिकता या आपात स्थिति की घोषणा नहीं की थी। बाद में विमान ने कोलकाता हवाईअड्डे पर आठ बजकर 40 मिनट पर सामान्य लैंडिंग (भीड़भाड़ की वजह से निर्धारित समय से एक घंटे देरी से) की। इसमें कहा गया कि नियामक कानूनों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है।
सरकार ने आज संसद को जानकारी दी कि उड्डयन नियामक डीजीसीए ने तीन विमानों की जांच का आदेश दिया है। इनमें से एक विमान में ममता बनर्जी सवार थीं। खबर थी कि तीनों विमानों में एक ही समय में कम ईंधन की जानकारी मिली थी जिसके बाद तृणमूल और अन्य विपक्षी पार्टियों ने ममता के खिलाफ कथित साजिश और उनका जीवन खतरे में होने का आरोप लगाया था।
भाषा