अपने आप को पत्रकार बनाने वाले इस युवक ने अपने फेसबुक पर मलयालम भाषा में पोस्ट लिखी थी, जिसे उसने बाद में डिलीट कर दिया। अनवर ने शहीद निरंजन की शहादत टिप्पणी करते हुए लिखा, एक और बला टली। अब सरकार पैसा देगी, उसकी पत्नी को नौकरी देगी और हमारे जैसे सामान्य आदमी को और कुछ नहीं मिलेगा। भारतीय लोकतंत्र ही बेकार है। इस पोस्ट को डाले जाने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी कड़ी आलोचना होने लगी। अनवर ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर एक मलयालम डेली में काम करने का दावा किया है। लेकिन अखबार का कहना है कि इस नाम का कोई आदमी उनके यहां काम नहीं करता है।
इस संबंध में पुलिस ने जानकारी दी कि खुद को पत्रकार बताने वाला सादिक एक स्थानीय अखबार से जुड़ा हुआ है। अनवर ने फेसबुक पोस्ट में निरंजन और उनके परिवार के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पुलिस ने बताया कि अखबार के प्रबंधन की तरफ से की गई शिकायत के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। अनवर ने अखबार के नाम का इस्तेमाल अपने पोस्ट में किया था। मिली जानकारी के अनुसार अनवर नाम के उस शख्स ने फेसबुक पोस्ट लिखने की बात स्वीकार कर ली है। पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर एक ग्रेनेड को निष्क्रिय करने के दौरान निरंजन शहीद हो गए थे। उन्हें सोमवार को अंतिम विदाई दी थी।