वर्ल्ड सूफी फोरम के उद्घाटन अवसर पर मोदी ने देश और दुनिया भर में हो रहे आतंकवाद पर चिंता जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज स्थिति यह हो गई है कि स्कूल बेगुनाहों की कब्रगाहों में बदल रहे है, प्रार्थना करने वाली सभाएं जनाजे की शक्ल में बदल रही है, अजान करते नमाजी विस्फोट की आवाज में डूब रहे हैं, समुद्री किनारों पर खून, मॉल में नरसंहार और गलियों में खड़ी कारों में धमाके हो रहे हैं और उभरते शहर खंडहर में तब्दील हो रहे हैं। मोदी ने कार्यक्रम में शांति और सदभावना की अपील की।
इस फोरम में विश्व भर में इस्लाम के नाम पर बढ़ते आतंकवाद और कट्टरवार का मुकाबला करने के उद्देश्य से तमाम उपायों पर विचार किया जाएगा। समारोह में इस्लाम के नाम पर आतंकवाद के उपयोग और कट्टरवाद की बढ़ती घटनाओं से मुकाबला करने के लिए दीर्घकालीक उपायों पर भी चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम को लेकर कुछ मुस्लिम संगठन विरोध भी कर रहे हैं। आल इंडिया उलेमा और मशाएख बोर्ड द्वारा आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम के अलग-अलग सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी।