अपनी मां सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी छवि का गुलाम करार देते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी छवि बनाने के लिए देश की जनता को मुश्किल में डाल दिया है। विपक्ष आरोप लगाता रहा है कि नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री संसद में उनकी बात नहीं सुन रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि अगर मोदी लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सदस्यों के विचारों को सुनते तो ऐसी विनाशकारी नीतिगत गलतियों को करने से उन्हें रोका जा सकता था जो अभी वह कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया, कांग्रेस ने देश को कभी ऐसा प्रधानमंत्री नहीं दिया जो अपनी छवि में कैद हो और टीआरपी के मुताबिक अपनी रणनीति बनाता हो। हमने ऐसा प्रधानमंत्री नहीं दिया जिसने अपनी छवि बनाने के लिए देश की जनता को मुश्किलों में डाल दिया हो। हमने देश को ऐसा प्रधानमंत्री भी नहीं दिया जिसने संस्थाओं में बैठे लोगों के अनुभवों को दरकिनार किया हो। देश को हमारे प्रधानमंत्री के गुरूर और अक्षमता के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
भाषा