बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों से लैस करीब 20 लाख साड़ियों की मदद से भारतीय जनता पार्टी अपने प्रचार को नया रूप देने की तैयारी में हैं, वहीं इसे साड़ी घोटाले की संज्ञा देकर जनता दल (यू) चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाने जा रहा है। बताया जाता है कि भाजपा की पूरी लकदक के साथ तैयार की जा रही इन साड़ियों पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
इस साड़ी घोटाले को लेकर जनता दल (यू) बिहार और दिल्ली दौनों जगह अपना मोर्चा खोल रहा है। उसका मानना है कि यह सरासर चुनावी नौतिकता का उल्लंघन है और मतदाताओं को लुभाने की कोशिश है। इस बारे में जनता दल (यू) के प्रवक्ता सांसद के.सी. त्यागी ने आउटलुक को बताया कि भाजपा के सांसद सी.आर. पाटिल टेक्सटाइल केंद्र सूरत के साड़ी निर्माताओं को कहकर साड़ी के पैकेट बनवा रहे, जिनपर भाजपा के चुनावी नारे आदि लिखे हुए हैं। यह 200 करोड़ रुपये का घोटाला है। मकसद एक ही है कि इन लाखों साड़ियों के जरिए बिहार के मतदाताओं और खासतौर से महिलाओं को भाजपा के साथ जोड़ा जा सके।
सांसद के सी त्यागी का कहना है कि यह सरासर गलत तौर-तरीके हैं। इस तरह से यह भी साफ हो गया है कि भाजपा जनता दल और राजद के मिलन से किस कदर घबराई हुई है।