मलयालम में अभिवादन के साथ शुरू हुए मोदी के भाषण पर सभी की निगाहें लगी हुई थीं। भारतीय जनता पार्टी के कोझीकोड में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय परिषद के दूसरे दिन मोदी की रैली होनी थी। इसी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, यदि लड़ना है तो बेरोजगारी से लड़ो, अशिक्षा और गरीबी से लड़ो। फिर देखते हैं कौन इसमें जीतता है। उन्होंने पाकिस्तान पर यह भी आरोप लगाया कि वह अपने यहां की जनता को गुमराह करता है। गरीबी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को गरीबी को हटाने के बारे में सोचना चाहिए इससे वहां की जनता ज्यादा खुश होगी। संभवतः यह पहली बार है जब किसी प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की सामाजिक स्थिति पर तीखा कटाक्ष किया है। पाकिस्तान के ऊपर सामाजिक प्रहार से यह भी बात साफ हो गई है कि भारत पाकिस्तान से युद्ध नहीं लड़ेगा जैसी कि आशंका थी।
उन्होंने कहा कि केरल के बारे में सोचते ही खयाल आता है कि यह ईश्वर का खुद का देश है। केरल की छवि पवित्रता और श्रद्धा की है। इससे पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने भाषण में कहा था कि मोदी सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को भलीभांति साकार कर रही है। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडु ने भी कालीकट में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए पहले राष्ट्र है, फिर पार्टी और व्यक्ति का क्रम इसमें सबसे बाद में आता है।