केवीआईसी के एक धड़े ने डायरी और कैलेंडर से महात्मा गांधी की तस्वीर हटाए जाने का विरोध किया। हालांकि उन्हें इनमें मोदी की तस्वीर होने पर कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, मंगलयान प्रभाव।
उनके कहने का यह आशय है कि मोदी केवीआईसी के प्रोत्साहन का श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं जिस तरह उन्होंने कथित तौर पर भारत के मंगलयान के मंगल ग्रह पर पहुंचने के बाद लिया था। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खादी और गांधीजी हमारे इतिहास, स्वावलंबन और संघर्ष के प्रतीक हैं। गांधीजी की तस्वीर हटाना पवित्र को अपवित्र करने का पाप है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चरखा के महान प्रतीक और महात्मा गांधी की जगह अब मोदी बाबू ने ले ली है। खादी (केवीआईसी) 2017 के कैलेंडर और डायरी में मोदी ने महात्मा गांधी की जगह ले ली। गांधीजी राष्ट्रपिता हैं। मोदीजी क्या हैं?
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि विवाद अनावश्यक है क्योंकि केवीआईसी में ऐसा कोई नियम नहीं है कि इसके डायरी और कैलेंडर में केवल गांधीजी की तस्वीर होनी चाहिए। प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्राों ने कहा कि पहले भी केवीआईसी की इस तरह की सामग्री पर महात्मा गांधी की कोई तस्वीर नहीं रही है। उन्होंने कहा, 1996, 2002, 2005, 2011, 2012, 2013, 2016 के कैलेंडर और डायरियों में गांधीजी की कोई तस्वीर नहीं थी। इसलिए गांधीजी की जगह मोदी की तस्वीर लगाने का कोई सवाल नहीं है।
पीएमओ ने कहा, इस मुद्दे पर विवाद पैदा कर रहे लोगों को पता होना चाहिए कि कांग्रेस के 50 साल के शासन में खादी की बिक्री दो प्रतिशत से सात प्रतिशत रही लेकिन पिछले दो साल में बिक्री अभूतपूर्व तरीके से बढ़कर 34 प्रतिशत हो गई है। यह खादी को लोकप्रियता दिलाने के मोदी के प्रयासों से हुआ।