तंजानिया की विकास प्राथमिकताओं को पूरा करने में भारत को एक विश्वस्त साझेदार बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति जाॅन पांबे जोसफ मागुफुली के साथ अपनी संपूर्ण रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को, खासतौर पर समुद्री क्षेत्र में साझेदारी को गहन करने पर सहमति जताई। मोदी ने राष्ट्रपति मागुफुली के साथ अपनी द्विपक्षीय मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, तंजानिया के साथ भारत का सहयोग हमेशा आपकी जरूरतों और प्राथमिकताओं के अनुरूप होगा।
दोनों पक्षों ने एक समझौते पर दस्तखत किये, जिसके तहत भारत जांजीबार की जल आपूर्ति व्यवस्था के पुनर्वास और सुधार के लिए 9.2 करोड़ डाॅलर की ऋण सहायता प्रदान करेगा। अन्य समझौतों में जल संसाधन प्रबंधन और विकास पर एक एमओयू, जांजीबार में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए एमओयू, राजनयिक-आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा छूट पर एमओयू और भारतीय राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम तथा लघु उद्योग विकास संगठन, तंजानिया के बीच एक समझौता शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देश तंजानिया के 17 शहरों के लिए दूसरी कई जल परियोजनाओं पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इसके लिए भारत 50 करोड़ डाॅलर की अतिरिक्त रियायती ऋण सहायता देने पर विचार करने को तत्पर है। सार्वजनिक स्वास्थ्य को द्विपक्षीय साझेदारी का एक और महत्वपूर्ण क्षेत्र बताते हुए मोदी ने कहा कि भारत तंजानिया की सरकार की स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए तैयार है जिसमें दवाओं और उपकरणों की आपूर्ति शुमार है। मोदी ने कहा, मुझे बताया गया कि बुगांडो चिकित्सा केंद्र में कैंसर रोगियों के उपचार के लिए एक भारतीय रेडियो-थैरेपी मशीन लगाई जा रही है। एजेंसी