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मुंबई-पुणे मॉडल देगा कोरोना को मात? मोदी सरकार भी तारीफ करने पर मजबूर

कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप देश भर में बढ़ता जा रहा है। हालांकि कोविड 19 से सबसे ज्यादा प्रभावित...
मुंबई-पुणे मॉडल देगा कोरोना को मात? मोदी सरकार भी तारीफ करने पर मजबूर

कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप देश भर में बढ़ता जा रहा है। हालांकि कोविड 19 से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र से थोड़ी राहत की खबर आई है। पिछले कुछ दिनों से यहां नए मामलों में गिरावट देखी जा रही है। यहां मुंबई और पुणे जैसे शहरों में भी केस घट गए हैं। जिन उपायों से यहां संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में सफलता मिली है उसकी तारीफ केंद्र सरकार भी कर रही है। केंद्र सरकार ने खासतौर पर पुणे और मुंबई में कोरोना के खिलाफ उठाए गए कदमों को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है।


स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुणे का उदाहरण देते हुए कहा कि नाइट कर्फ्यू के बाद 15 दिन के सख्त लॉकडाउन का काफी प्रभाव दिखा। वहीं मुंबई में कंट्रोल रूम बनाए गए थे, जिसमें डॉक्टर भी थे और वहां पर कॉल करने के बाद अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया जा रहा था। इससे मरीज को बेड मिलने में कोई परेशानी नहीं हो रही थी। 500 ड्राइवरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि टैंकर को लाने और ले जाने में कोई दिक्कत ना हो।

अग्रवाल ने कहा, ”मुंबई एक बड़ा शहर है। वहां कॉरपोरेशन (बीएमसी) और राज्य सरकार ने जो कदम उठाए वहां की प्रक्रिया को आसान किया । हम बताना चाहते हैं। कंट्रोल रूम जो उनका था, मुंबई कॉरपोरेशन के स्तर पर न करते हुए, उसको 24 वॉर्ड में 24 कंट्रोल रूम बनाए गए।” उन्होंने बताया, ”जितने भी कोरोना टेस्ट रिजल्ट आते थे, उन टेस्ट रिजल्ट को मेन कंट्रोल रूम में भेजा गया। उसके बाद सभी कंट्रोल रूम में न केवल फोन ऑपरेटर, वहां डॉक्टर और अन्य स्टाफ भी तैनात किए गए। एंबुलेंस को तैनात किया गया।”

लव अग्रवाल ने कहा कि जैसे ही मरीजों को अस्पताल की आवश्यकता महसूस होती। मरीजों को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया जाता। इस प्रक्रिया की वजह से काफी राहत मिली। मुंबई में 800 एसयूवी को भी एंबुलेंस बनाया गया। इसे आईटी ऑपरेशन के द्वारा मॉनिटर किया जाता था। अस्पताल में बेड पता करने के लिए, एक सेंट्रलाइज डैशबोर्ड बनाया गया। ताकि मरीजों को परेशानी नहीं हो।

उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार के दिशानिर्देश के अनुसार इस तरह के बहुत से प्रांतों में भी इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं।

बता दें कि महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में कोरोना के 40,956 नए मामले सामने आए और इस दौरान 40,956 लोगों की मौत हो गई। राज्य में इस दौरान 71,966 मरीज कोरोना को मात देने में भी सफल रहे हैं। महाराष्ट्र में अब कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 71,966 हो गया और अब तक 77,191 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां फिलहाल 5,58,996 एक्टिव केस हैं और अब तक 45,41,391 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।

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