दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया के 10 छात्रों ने आरोप लगाया है कि दाढ़ी बनाने से इनकार करने पर उन्हें रोहिणी में एनसीसी कैंप में भाग नहीं लेने दिया गया। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, छात्रों का यह भी आरोप है कि कैंप के छठे दिन उनके बैग गेट पर फेंक दिए गए। एक छात्र ने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें कहा कि दाढ़ी बनाकर आओ या यहां से चले जाओ।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक छात्र ने बताया कि कैंप नहीं छोड़ने पर उन्हें पुलिस कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। छात्रों का कहना है कि वे काफी समय से दाढ़ी के साथ कैंप में जाते रहे हैं, लेकिन उन्हें पहले कभी कोई समस्या नहीं हुई। इस बार भी उन्होंने लिखित आवेदन दिया था कि हमारी दाढ़ी का धार्मिक महत्व है और अगर कोई दिक्कत है तो हमें बताया जाना चाहिए। लेकिन, कैंप के छठे दिन अचानक अधिकारियों ने कहा कि या तो दाढ़ी बनाकर आओ या यहां से चले जाओ।
एक छात्र ने कहा कि इंडियन आर्मी क्यों सिर्फ सिखों को पगड़ी और दाढ़ी रखने की इजाजत देती है, जबकि एनसीसी एक्ट में दाढ़ी का जिक्र तक नहीं है। हमने कमांडिंग ऑफिसर से अपने अपराध के बारे में पूछा तो उन्होंने इसे अनुशासनहीनता बताया। छात्र संगठनों ने इस मसले पर जामिया कैंपस में प्रदर्शन किया।
उधर, एनसीसी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने छात्रों को बाहर नहीं फेंका। हमने एनसीसी के अनुशासन के मुताबिक उन्हें दाढ़ी बनाकर आने के लिए कहा। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि छात्रों ने अपनी धार्मिक मान्यताओं के बारे में बताया तो मैंने कहा कि अपने धर्म को मानना उनकी इच्छा है और यदि वे सहज नहीं हैं तो उन्हें यहां से जाने की आजादी है।