केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओ पर पिछले 39 दिन से डटे किसानों को शनिवार रात से हो रही बारिश में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाड कंपकंपा देने वाली ठंड के बीच बारिश से सिंघु,टिकरी,शाहजहांपुर और गाजीपुर बॉर्डर पर टैंट और ट्रॉलियों के शहर में डटे किसान बारिश में भीगने से अपने आप को नहीं बचा पाए।
सड़कों पर लगे वाटरप्रूफ टैंटों में भी बारिश का पानी घूसने से किसानों के गर्म कपड़े रजाइयां,गद्दे और कंबल बारिश में गिले होने से किसानों की परेशानी इस कड़ाके की ठंड में और बढ़ गई है। इस बीच टिकरी बॉर्डर पर जींद जिले के एक किसान की ठंड के चलते मौत हो गई है। पिछले 39 दिनों में दिल्ली सीमा पर धरना दिए बैठे 55 किसानों की मौत हो चुकी है।
वर्षा के बीच किसानों को किन परेशानियों को सामना करना पड़ा ऐसी व्यवथा बंया करती गाजीपुर बॉर्डर की कुछ तस्वीरें साझा करने वाले मानसा जिले के बरेटा मंडी के किसान दलशेर जटाना के मुताबिक वे और उनके साथी किसान ट्रालियांे को ितरपालों से ढंक कर बारिश से अपना बचाव कर रहे हैं जबकि सड़कों पर लगे वाटर प्रूफ टैंटों के अंदर पानी घूसने से तमाम किसानों के ओढ़ने के गर्म कपड़े गिले हो गए हैं। शनिवार की रात वर्षा के चलते एक-एक ट्रॉली में 7 से 8 किसानों ने रात बड़ी मुश्किल से गुजारी है। अपनी मांगों को लेकर इस कड़ाके की ठंड और बारिश में कष्ट भरी जिंदगी गुजारते किसानों को उम्मीद है कि जल्द ही केंद्र सरकार उनकी मांगों का गंभीरता से विचार करेगी और वे अपने घरों को लौटेंगे।