भारत में लगातार कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश के तीन राज्यों में दो कोविड-19 वेरिएंट का पता चला है। जिसके बाद भारत में डोमेस्टिक हवाई यात्रा के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया गया है। महाराष्ट्र, केरल और तेलंगाना में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी दर्ज की गई है। जिसके बाद महाराष्ट्र और दिल्ली ने चुनिंदा राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 नेगेटिव आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है।
यह सुझाव देने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि देश में बढ़ते संक्रमण इन राज्यों के वेरिएंट से जुड़े हैं। वहीं यूके, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पहले से ही अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नियमों को संशोधित करने के लिए प्रेरित कर चुके हैं।
दिल्ली
दिल्ली में आने से पहले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। हालांकि डोमेस्टिक यात्रियों के लिए नेगेटिव आरटी-पीसीआर कोविड-19 रिपोर्ट आवश्यक नहीं है। सभी यात्रियों को 7 दिनों तक क्वॉरंटाइन रहना आवश्यक है। हालांकि सरकारी अधिकारियों और उनके स्टाफ के सदस्यों को क्वॉरंटाइन से मुक्त किया गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट से अन्य जगहों (घरेलू) को जाने वाले यात्री भी एंट्री गेट नंबर 8 पर स्थित आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। वहीं कर्नाटक, ओडिशा, केरल से यात्रा करने वाले यात्रियों को क्वॉरंटाइन होना पड़ेगा।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, गोवा और केरल से आने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले की नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपने साथ लानी अनिवार्य है। जिन लोगों के पास रिपोर्ट नहीं होगी उन्हें अपने राशि से ही मुंबई के एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर परीक्षण कराना होगा। परीक्षण के बाद ही यात्रियों को शहर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।
सभी अंतरर्राष्ट्रीय यात्री अपना आरटी-पीसीआर परीक्षण टी 2 अराइवल लाउंज क्षेत्र में कर सकते हैं।
यात्रियों को इस परीक्षण के लिए 850 रुपये का भुगतान करना होगा। आने वाले यात्रियों की परीक्षण की रिपोर्ट 24-48 घंटें में और जाने वाले यात्रियों की रिपोर्ट 8-10 घंटों में ई मेल के द्वारा भेजी जाएगी।
नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद यात्री अपनी यात्रा आराम से कर पाएंगे, लेकिन पॉजिटीव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें मुंबई में क्वॉरंटाइन किया जाएगा। वहीं हल्के लक्षण वाले यात्रियों को अपने घर पर ही 14 दिनों के लिए क्वॉरंटाइन होना पड़ेगा।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में महाराष्ट्र, केरल और दो अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। आने वाले सभी यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। लक्षणहीन यात्रियों को कोविड-19 परीक्षण के लिए पास ही कोविड-19 टेस्ट करने की सुविधाएं हैं।
हल्के लक्षण वाले यात्रियों को कम से कम 14 दिनों तक स्व-निगरानी की सलाह दी जाती है। यात्रियों को पश्चिम बंगाल के गृह और परिवार कल्याण विभाग द्वारा विकसित सैंडहेन ऐप का उपयोग करके घोषणा पत्र भरने और जमा करने की आवश्यकता होगी।
केरल
केरल राज्य में आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है। ज्यादा लक्षण वाले यात्रियों का कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। डोमेस्टिक यात्रियों को घर पर ही 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन होना अनिवार्य हैं।
अदालती मामलों, व्यापार, आधिकारिक, व्यापार, चिकित्सा आदि जैसे उद्देश्यों के लिए छोटी अवधि के लिए राज्य का दौरा करने वाले यात्रियों को एकमात्र छूट दी जाएगी।
कोविड-19 जगराता पोर्टल के माध्यम से आने वाले यात्रियों के लिए केरल सरकार ने केवल 7 दिनों की अवधि के लिए राज्य की यात्रा करने की अनुमति दी है।
कर्नाटक
कर्नाटक सरकार ने केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों को आईसीएमआर द्वारा स्वीकृत प्रयोगशाला से कोविड -19 नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की है जो आने के 72 घंटे से पहले कराई गई हो।
पंजाब
अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आने के 96 घंटे के भीतर परीक्षण करवा कर अपनी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। यदि उनके पास कोई रिपोर्ट नहीं है, तो उन्हें अपनी लागत पर हवाई अड्डे पर आरएटी किट द्वारा परीक्षण कराना होगा। इतना ही नहीं उन्हें अगले 7 दिनों तक अपने घर क्वॉरंटाइन होना पड़ेगा।